छिंदवाड़ा।पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा जिले के साथ भाजपा सरकार के द्वारा राजनीतिक बदला लेने का आरोप लगाया है. कमलनाथ ने कहा कि उनकी सरकार के दौरान जिन कामों को मंजूरी दी गई थी. उन्हें या तो सरकार ने बंद कर दिया या फिर उनके बजट में कटौती कर दी गई. जिससे साफ जाहिर होता है कि छिंदवाड़ा के साथ शिवराज सिंह चौहान की सरकार भेदभाव कर रही है. (Chhindwara kamalnath accused shivraj government)
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पर लगा ग्रहणः सिम्स यानी छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस से कैंसर यूनिट लगभग हटा दी गई है. कार्डियक यूनिट और न्यूरो यूनिट पर भी कैंची चलने की बात सामने आ रही है. मतलब वर्ष 2019 में हुए भूमिपूजन के साथ सिम्स को लेकर जो सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का सपना छिंदवाड़ा जिले ने देखा था उस पर फिलहाल ग्रहण लग गया है. पिछले करीब डेढ़ साल से काम ठप पड़ा है. 1455 करोड़ लगात में बनने वाला छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस अब महज 768.22 करोड़ रुपए में बनेगा. (Eclipse on super specialty hospital)
प्रदेश मंत्रिपरिषद ने रिवाइज एस्टीमेट की मंजूरी दीः लागत घटने के साथ ही सुपर स्पेशलिटी भी लगभग खत्म सी हो गई है.पहले सिम्स की बिल्डिंग 9 मंजिला की डिजाइन के अनुसार बनाई जा रही थी. अब घटकर 7 मंजिला हो गई है. 10 ब्लॉक की जगह अब महज चार ब्लॉक ही बनना प्रस्तावित किया गया है. वर्ष 2019 में तूफानी तेजी से शुरू हुए निर्माण कार्य को ढाई साल में पूरा होना था. यानी वर्ष 2022 में निर्माण पूरा हो जाना था. जो अब तक फाउंडेशन या बेसमेंट तक ही पहुंच पाया है. (State council ministers approved revised estimate)
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अब तक 100 करोड़ रुपए खर्चःसिम्स का निर्माण का ठेका मुंबई की शापुरजी पालनजी इंजीनियरिंग एण्ड कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास है. कंपनी ने शुरुआत में तेजी से काम किया. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद निर्माण की चाल भी डगमगा गई. पूर्व में 1455 करोड़ के उक्त प्रोजेक्ट में 100 करोड़ रुपए का भुगतान भी हो चुका है. कटौती के बाद निर्माण की चाल एक बार फिर थम गई. (rs 100 crore spent so far)
नई वर्किंग ड्राइंग का इंतजारः पीडब्ल्यूडी पीआईयू और कंस्ट्रक्शन कंपनी अब सिम्स की नई ड्राइंग डिजाइन का इंतजार कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि नई ड्राइंग में कैंसर, न्यूरो विभाग और कॉर्डियक यूनिट भवन शामिल नहीं है. हालांकि अधिकारी कटौती को सीधे तौर पर स्वीकारने के बजाए पहले और दूसरे फेस में निर्माण की बातें कर रहे हैं. (waiting for new working drawing)
जेल कॉम्प्लेक्स अब जिला जेल तक सीमितः जिले का दूसरा बड़ा प्रोजेक्ट जेल कॉम्प्लेक्स जिसका निर्माण अब तक पूरा हो जाना था. वह अब सिर्फ जिला जेल तक सीमित होकर रह गया है. ग्राम अर्जुनवाड़ी के पास करीब 120 एकड़ रकबे में प्रस्तावित जेल कॉम्प्लेक्स में जिला जेल, केंद्रीय जेल और ओपन जेल का निर्माण होना था. 240 करोड़ रुपए में उक्त निर्माण होना था. इसमें भी कटौती कर 127 करोड़ रुपए कर दी गई है. जिला जेल का निर्माण अब 40 फीसदी ही हो पाया है. (Jail complex now confined to district Jail)
यूनिवर्सिटी बिल्डिंग का टेंडर निरस्त कर दियाः छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी को नई सरकार ने राजा शंकरशाह नाम दिया है. पिछली सरकार ने छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी शुरू करने के साथ सारना के पास करीब 120 एकड़ जमीन में बिल्डिंग प्रस्तावित की थी. 486 करोड़ में उक्त बिल्डिंग बननी थी. टेंडर भी लग गए थे. एजेंसी भी आ गई थी, लेकिन ठेका एग्रीमेंट होता इससे पहले ही टेंडर निरस्त हो गए. (university building tender cancelled)
एयरपोर्ट का सपना भी अधूरा नई एयर स्ट्रिप में सिमटाः 2019 में छिंदवाड़ा में एयरपोर्ट की संभावनाएं तलाशी गईं. राइट्स ने सर्वे भी किया, रिपोर्ट शासन को सौंपी प्रक्रिया आगे बढ़ती इससे पहले सरकार बदल गई. अब बात नई एयर स्ट्रिप पर आ गई. टिकाड़ी गांव के पास नई एयर स्ट्रिप का निर्माण होना था. सरकार ने वर्ष 2022 के बजट में इसके लिए डीपीआर तैयार करने 6.72 करोड़ रुपए का प्रावधान किया. साल बीतने को चंद दिन शेष हैं. अब तक डीपीआर के लिए टेंडर प्रक्रिया नहीं हो सकी है. (kamalnath accused shivraj of political malice)
अधिकारियों का कहना काम चल रहा है कुछ काम होना बाकीःPWD के ईई नीलेश गुप्ता ने बताया कि सिम्स में बेसमेंट का कार्य हो गया है. पहले फेस में एंट्रेंस समेत 4 ब्लॉक का निर्माण हो रहा है. जल्द ही दोबारा निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. वहीं जेल कॉम्प्लेक्स में जिला जेल का निर्माण 40 फीसदी तक हो गया है. (Chhindwara kamalnath accused shivraj government)