छिंदवाड़ा।गुरुवार देर रात जिले के अमरवाड़ा थाना अंतर्गत पौनार में पुरानी चुनावी रंजिश के चलते दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया. दोनों पक्षों के खूनी संघर्ष में 17 लोग घायल हो गए, जिनमें 2 की हालत गंभीर है. घायलों को सिविल अस्पताल अमरवाड़ा में प्राथमिक उपचार के बाद छिंदवाड़ा जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है. पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है. फिलहाल गांव में शांति व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. घटना की जानकारी मिलते ही एडिशनल एसपी संजीव कुमार उईके थाने पहुंचे और मामले की जानकारी ली.
Chhindwara Crime: चुनावी रंजिश में खूनी संघर्ष, दो पक्षों की लड़ाई में 17 लोग हुए घायल, गांव में पुलिस बल तैनात
छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा थाना क्षेत्र में चुनावी रंजिश में दो पक्ष आमने-सामने आ गए. दोनों ही पक्षों के लोगों ने एक दूसरे की लाठी-डंडों से पिटाई कर दी. हमले में 17 लोग घायल हो गए. इधर इंदौर के विजय नगर क्षेत्र में करणी सेना के नेता और व्यापारियों को बीच विवाद हो गया. व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने करणी सेना के नेता सहित अन्य लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
चुनावी रंजिश में पहले भी हुआ था विवाद: बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच पंचायत चुनाव के दौरान से ही विवाद चल रहा है. देर रात भी दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश के चलते विवाद हो गया और दोनों ही पक्षों के लोगों ने एक दूसरे की लाठी-डंडों से पिटाई कर दी. एडिशनल एसपी संजीव कुमार उईके ने बताया कि ''पौनार गांवों में साहू समाज और ठाकुर समाज के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच हुई मारपीट में 16 से 17 लोग घायल हो गए हैं, जिनका उपचार चल रहा है. दोनों पक्षों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है. जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.''
करणी सेना के नेता और व्यापारियों में मारपीट:इंदौर के विजय नगर क्षेत्र में करणी सेना के नेता ने एक व्यापारी की दुकान के बाहर कब्जा कर लिया. जब व्यापारी ने इस बात को लेकर करणी सेना के नेता से बात की तो जमकर विवाद हुआ. व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने करणी सेना के नेता सहित अन्य लोगों के खिलाफ सख्त धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. विजय नगर थाना प्रभारी रविंद्र सिंह गुर्जर का कहना है कि ''सचानंद बिल्डिंग के बाहर करणी सेना के नेता ऋषिराज सिसोदिया और उनके भाई ने कब्जा कर लिया और वहां पर एक दुकान बनाकर उसे ऑटो डील वाले को ₹16000 किराए पर दे दिया. इस दौरान बिल्डिंग में मौजूद अन्य व्यापारियों की दुकानें प्रभावित हुई और जब भी कोई उपभोक्ता उनकी दुकान पर आता तो ऑटो डील के सामने से होकर गुजरना पड़ता,जिसके कारण व्यापारियों और अन्य लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. इसके बाद व्यापारियों ने ऋषिराज जो करणी सेना के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं उन्हें बात करने के लिए बुलाया. इस पर ऋषिराज अपने भाई सहित अन्य लोगों के साथ वहां पर पहुंचे और व्यापारियों से विवाद शुरु कर दिया. इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई.'' इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.