Bageshwar Dham: कमलनाथ के बुलावे पर धीरेंद्र शास्त्री छिंदवाड़ा में सुनाएंगे कथा, BJP ने उठाए सवाल
एमपी में ये साल चुनावी है और चुनाव को कुछ ही महीनों का वक्त बांकी है ऐसे में हर नेता वोटर्स को लुभाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे. इस चुनावी साल में कथावाचक भी अहम भूमिका में नजर आ रहे हैं जिस नेता को कुछ बडे़ कथावाचकों का समय मिल जाता है वो खुद को धन्य समझ रहे हैं और कथा करवाने के लिए हर कोशिश कर रहे हैं. अब पूर्व सीएम कमलनाथ भी बाबा बागेश्वर की कथा छिंदवाड़ा में करा रहे हैं
पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा
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Published : Jul 13, 2023, 8:28 AM IST
छिंदवाड़ा। चुनावी नैया पार लगाने के लिए हर नेता कथावाचक और धर्म का सहारा ले रहे हैं. चुनावी साल में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री, पंडित प्रदीम मिश्रा, कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर समेत कई कथावाचक एमपी में खूब कथा भी कर रहे हैं जिनको अपहने क्षेत्रों में बुलाने के लिए तमाम नेता बेताब रहते हैं. अब पूर्व सीएम और मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ छिंदवाड़ा के सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर सिमरिया में बाबा बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की दिव्य कथा करवा रहे हैं.
4 अगस्त से 7 अगस्त तक होगी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा:नागपुर रोड के श्री सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर के परिसर में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा 4 अगस्त से 7 अगस्त के बीच होगी जिसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं. कथा का आयोजन पूर्व सीएम कमलनाथ और उनके बेटे सांसद नकुल नाथ के द्वारा कराया जा रहा है.
पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा
बीजेपी ने वीडियो जारी कर उठाए सवाल:कमलनाथ के द्वारा बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. नगर युवा मोर्चा के अध्यक्ष बिट्टू मण्डराह ने एक वीडियो जारी कर कमलनाथ से सवाल किया है कि छिंदवाड़ा में बाबा बागेश्वर धाम का स्वागत है लेकिन कुछ दिन पहले ही कमलनाथ ने अपने जन्मदिन पर उसी मंदिरनुमा आकार में हनुमान जी की तस्वीर लगे केक को काटा था. जिससे हिंदुओं की धार्मिक आस्था आहत हुई थी अब वोट के लिए कथा करा रहे हैं. आखिरी दोगलापन कांग्रेस और कमलनाथ के द्वारा क्यों किया जा रहा है.
सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर:पूर्व सीएम कमलनाथ ने शहर से 20 किमी दूर सिमरिया गांव में प्रदेश की सबसे ऊंची 101 फीट की हनुमान प्रतिमा की स्थापना कराई है. जिला कांग्रेस समन्वयक और धार्मिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आनंद बक्षी ने बताया कि एक बार कमल नाथ देर रात चुनावी दौरा करके लौट रहे थे उसी दौरान सिमरिया गांव के समीप एक बड़ी कार दुर्घटना होते होते बची, जिसमें कमलनाथ भी बाल बाल बचे थे. इसके बाद से ही कमलनथ के मन विचार आया कि इस जगह पर कोई दैवीय शक्ति है और फिर उन्होंने अपने इष्ट हनुमान जी की प्राण प्रतिष्ठा की सोची और 2012 में इसकी स्थापना करके इसे सनातन धर्म को समर्पित किया है. करीब 7 एकड़ जमीन के इलाके में बने इस मंदिर का निर्माण जिले को धार्मिक पहचान दिलाने के इरादे से कमलनाथ ने इस मूर्ती का निर्माण अपने निजी मद से कराया है. इस मंदिर को सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर के नाम से जाना जाता है.