छिंदवाड़ा। जहां आज के समय में लोग पूजा-पाठ और धर्म से काफी दूर होते जा रहे हैं इन्हीं लोगों के बीच छिंदवाड़ा में एक ऐसे ब्राह्मण भी हैं जो अपने धर्म के साथ दूसरे धर्मों को भी मानते हैं. आनंद लगभग 26 सालों से लगातार कुरान का अध्ययन के साथ ही रोजा रखते हैं वे मंदिर, मस्जिद गुरुद्वारा और चर्च भी जाते हैं. आनंद मानते हैं कि धर्म की लड़ाई कभी धर्म से नहीं हो सकती, धर्म की लड़ाई सिर्फ अधर्म के साथ होती है.
छिंदवाड़ा में एक ब्राह्मण परिवार में जन्मे आनंद अपने धर्म के साथ दूसरे धर्मों को भी उतना ही महत्व देते हैं, जहां आज के दौर में लोग भागदौड़ की जिंदगी में अपने धर्म और धार्मिक कार्यों के लिए वक्त नहीं निकाल पाते हैं, वहीं आनंद ब्राह्मण जो लगातार 26 वर्षों से अपने धर्म के साथ दूसरे धर्मों को भी महत्व देते है, वे गुरुद्वारे भी जाते हैं और माथा टेकते हैं, मस्जिद भी जाते हैं और वहां चादर चढ़ाते हैं. साथ ही चर्च जाकर प्रार्थना भी करते हैं. आनंद मंदिर भी जाते हैं और दुर्गा देवी के सामने माथा टेकते हैं.