छिंदवाड़ा। बोहनाखैरी गांव के ग्राम पंचायत सचिव और पंचायत अधिकारियों ने मिलकर कई लोगों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर संबल योजना के तहत मिलने वाली अनुग्रह राशि निकाल ली. पीड़ित घनश्याम यादव के अनुसार सहायक सचिव ने ग्राम पंचायत के 24 लोगों का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर संबल योजना के तहत मिलने वाली राशि निकाल ली. पीड़ित का कहना है कि वह अब अपने जिंदा रहने का प्रमाण पत्र के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहै है.
संबल योजना के तहत मिलती है 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि
मध्य प्रदेश सरकार ने असंगठित मजदूरों के लिए संबल योजना शुरू की है. इसके तहत संबल कार्डधारियों को साधारण मौत होने पर 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाती है. इसके साथ ही अंतिम संस्कार के लिए 5 हजार रुपए की राशि दी जाती है. इसके तहत मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ ही संबल कार्ड की आवश्यकता होती है. जिसे ग्राम पंचायत के माध्यम से जनपद पंचायत में भेजा जाता है.
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24 लोगों के बनाए गए फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र
पीड़ित घनश्याम यादव ने बताया कि बोहनाखैरी ग्राम पंचायत के सहायक सचिव ने 24 संबल कार्डधारियों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए. फिर संबल योजना के तहत आवेदन भी किया. आवेदन के बाद ग्राम पंचायत सचिव और पंचायत अधिकारियों ने मिलकर फर्जी बैंक खाता खोलकर दो-दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि के साथ ही अंतिम संस्कार के लिए मिलने वाले 5 हजार रुपए भी डकार लिए. कुल घोटाले की राशि 49 लाख 20 हजार बताई जा रही है.