छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा में एक ऐसा प्राचीन राम मंदिर है, जहां राम नाम का स्तम्भ बना है. जिसे 201 करोड़ राम नाम की पुस्तिका डालकर बनाया गया है, इस स्तम्भ में 9 अंक का काफी महत्व है, माना जाता है कि, इस स्तम्भ की परिक्रमा करने से सबकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. राम एक ऐसा नाम है, जो हर किसी के मन में बसा है, राम नाम सुनते ही, भगवान राम की याद आ जाती है. कुछ ऐसी ही भगवान राम की याद छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा में बसी हुई है, जहां एक ऐसा 'राम नाम स्तम्भ' है, जिसकी परिक्रमा करने से हर मनोकामना पूरी हो जाती है. 72 फीट ऊंचे इस स्तम्भ में कुल 324 राम नाम लिखे हुए हैं.
प्रवीण पालीवाल, मंदिर संस्थापक 9 अंक बना शुभ, पूरी होती है मनोकामनाएं
पांढुर्णा के प्राचीन राम मंदिर में स्थापित राम नाम स्तम्भ में 9 अंक का काफी महत्व है, इस स्तम्भ की उचांई 72 फीट है. 7 और 2 को जोड़कर देखा जाए तो 9 होता है. जिससे यहां 9 अंक काफी महत्वपूर्ण है. इस स्तम्भ में लगे राम नाम शब्द की उंचाई और लम्बाई भी 9 अंक में बनी है और इस स्तम्भ की ऊंचाई, चौड़ाई का हिसाब भी 9 अंक के आंकड़े में है.
स्तम्भ की छत पर ध्वज पत्र लगा हुआ है, जो आकर्षण का केंद्र है. राम नाम स्तम्भ में कुल 324 राम लिखे हुए हैं, इसी प्रकार प्राचीन राम मंदिर की ऊंचाई भी 45 फीट है, यदि 4 और 5 को जोड़कर देखा जाये तो 9 का आंकड़ा बनता है. इसलिए इस मंदिर के लिए 9 अंक शुभ माना जाता है, इस प्राचीन मंदिर में रामनवमी के दिन पूरा शहर जश्न मनाता है.
मंदिर के संस्थापक प्रवीण पालीवाल ने बताया कि, प्राचीन राम मंदिर की स्थापना लगभग 200 साल पहले की गई थी. राम नाम स्तम्भ की नींव 7 अप्रैल 2006 रामनवमी के दिन सुबह 9 बजे की गई थी. इस स्तम्भ में 201 करोड़ के नाम लिखित पुस्तिका डाली गई है, राम नाम की पुस्तिका में लोगों ने राम, अल्लाह, गॉड भी लिखा है, जिससे इस स्तम्भ को सर्वधर्म स्तम्भ भी कहा जाता है, इस प्राचीन राम मंदिर को खरफ के पत्थरों से बनाया गया है, जिसकी कलाकृति आज भी इस मंदिर में देखने को मिल रही है.
हनुमानजी 24 घंटे करते हैं राम नाम का जाप
मंदिर के पुजारी गणेश दुबे ने बताया कि, इस मंदिर में हनुमानजी की मूर्ति स्थापित है, जिसका मुख सीधे राम नाम स्तम्भ की ओर है, जिससे 24 घंटे हनुमानजी राम स्तम्भ के दर्शन करते नजर आते हैं. इस मंदिर में प्राचीन शिवलिंग भी विराजमान है.