छतरपुर। जिले के चंदला नगर परिषद में पीएम आवास योजना में इस कदर भ्रष्टाचार चल रहा है कि, पात्र हो या न हो आवास का लाभ सभी को मिल रहा है, मामला यहीं खत्म नहीं हैं होता है चंदला परिषद में पीएम आवास के लिए एक अलग गाइड लाइन है, यहां पर शासकीय भूमि पर भी पीएम आवास का प्रकरण स्वीकृत कर किश्त जारी कर दी गई, इतना ही नहीं बल्कि परिषद के अधिकारियों ने भौतिक सत्यापन करते हुए निर्माण कारण भी शुरू करा दिया है.
देश की सबसे बड़ी और हितमूलक योजना में जिम्मेदारों ने कायदे कानून को ताक पर रखकर आवासों को बिना मापदंड के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया. इतना ही नहीं, नगर परिषद ने बिना जांच के जिन हितग्राहियों को आवास आवंटन किये है, उनके द्वारा शासकीय भूमि पर निर्माण किया जा रहा है. ऐसे ही कुछ मामले नगर पंचायत चंदला के है, जहां लोग प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले आवासों को शासकीय भूमि पर निर्माण करवा रहे हैं, ऐसा भी नहीं है की, इस मामले से नगर परिषद के अधिकारी कर्मचारियों को कुछ पता नहीं है.
दिया तले अंधेरा आंख मूंदकर मकानों की फाइले हुई स्वीकृत
नगर परिषद से जारी सूची अनुसार लवकुशनगर मार्ग पर स्थित वार्ड नं. 1 में सेवा सहकारी समिति भवन के पीछे से लगी सुरक्षित शासकीय भूमि खसरा नम्बर 2359 पर 40×50 के तीन आवास आवंटित किये गये हैं, जिसमें रमेश कुशवाहा, कंधी कुशवाहा और राममिलन कुशवाहा हितग्राही हैं. इसी तरह वार्ड- 8 में रामेश्वर वर्मा का आवास बन कर तैयार है, जो शासकीय भूमि पर है. नगर में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जड़ाऊ माता मंदिर के पीछे शासकीय भूमि खसरा नं. 67 पर ओम काली बेड़िया को आवंटित आवास निर्माणाधीन है.
इसी प्रकार नगर में दर्जनों लोगों के प्रधानमंत्री आवास शासकीय भूमि पर निर्माण हो चुके हैं और कुछ हो रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि, जब इनके आवास आवंटन की प्रक्रिया सम्पन्न हुई, तो परिषद में जिम्मेदारों ने जांच करने की जरूरत नहीं समझी और आंख मूंद कर फाइलों को स्वीकृत कर दिया.