छतरपुर।बड़ामलहरा उपचुनाव को लेकर मतदान जारी है. कई जगहों से मतदान के बहिष्कार की खबरें आ रही हैं. बक्सवाहा तहसील के लोहानी गांव के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार करते हुए मतदान केंद्र के सामने ही नारे लगाए. हालांकि स्थानीय प्रशासन और एसडीएम लगातार ग्रामीणों को समझाने की कोशिश करते रहे. लेकिन ग्रामीण अपनी बात पर अड़े रहे.
छतरपुर: लोहानी में ग्रामीणों ने किया उपचुनाव का बहिष्कार, सिर्फ चार लोगों ने डाले वोट
छतरपुर जिले की बड़ामलहरा विधानसभा सीट पर मतदान जारी है. तो वहीं लोहानी गांव में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार करते हुए मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लेते हैं.
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 3 सालों से बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं. किसी भी अधिकारी व जनप्रतिनिधि ने इस समस्या को लेकर कोई कदम नहीं उठाया है. लिहाजा मजबूर होकर उन्हें अब मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. दरअसल बक्सवाहा तहसील के लोहानी गांव मतदान केंद्र 53 में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया है. मतदाताओं का आरोप है कि पिछले 3 सालों से गांव बिजली की समस्याओं से जूझ रहा है. गांव में कम वोल्टेज के कारण ना तो खेती हो पाती है और ना ही अन्य रोजमर्रा के काम हो पाते हैं. ऐसे में ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
हालांकि स्थानीय प्रशासन लगातार ग्रामीणों को समझाने की कोशिश कर रहा है, ग्रामीणों का कहना है कि जब तक कलेक्टर मौके पर नहीं आते हैं. मतदान नहीं किया जाएगा और अगर कलेक्टर मौके पर पहुंचकर उन्हें कोई लिखित आदेश नहीं देते हैं कि कब तक गांव में बिजली की समस्या को दूर कर दिया जाएगा. तब तक मतदान बंद रहेगा. फिलहाल गांव में मतदान बंद है और एसडीएम से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार गांव वालों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं.
बता दें कि लोहानी गांव में कुल 897 मतदाता हैं. जिनमें से अभी तक सिर्फ 4 लोगों ने ही मतदान किया है. गांव के लोगों का कहना है कि जिन 4 लोगों ने मतदान किया है, उन्हें प्रशासनिक अधिकारियों ने डरा धमका कर मतदान कराया है, क्योंकि यह चारों लोग सरकारी कर्मचारी हैं.
वही मामले में एसडीएम डीपी द्विवेदी का कहना है कि गांव में अब तक कुल 4 लोगों ने मतदान किया है. गांव के लोगों ने इससे पहले लिखित में कोई आवेदन देकर मतदान के बहिष्कार करने की बात नहीं कही थी. अचानक गांव के लोग इस तरह का निर्णय ले रहे है.