छतरपुर। 26 साल पहले लोहिया (बिहारी जू मंदिर) से अष्ट धातु की राधा-कृष्ण की मूर्ति की चोरी हो गई थी, जिसके कुछ समय बाद पुलिस ने चोरों से मूर्ति बरामद कर ली. जो कि आदेश आने तक न्यायालय की निगरानी में थी. इस मामले में अब न्यायालय ने आवेदनकर्ता राम मनोहर लोहिया के वंशज राधेश्याम शर्मा, तहसीलदार राकेश शुक्ला और थाना प्रभारी मनीष मिश्रा के नाम आदेश करते हुए मूर्तियां सुपुर्द की हैं.
26 साल बाद कोर्ट की कस्टडी से आजाद हुए भगवान !... अब पहुंचे मंदिर
छतरपुर के बिजावार में बिहारी जू मंदिर से 26 साल पहले चोरी हुई राधा-कृष्ण की मूर्ति को वापस मंदिर में स्थापित किया गया.
26 साल बाद राधाकृष्ण पहुंचे अपने धाम
चोरों से मूर्तियां बरामद होने के बाद से मूर्ति को कोर्ट की निगरानी में रख दिया गया था. जहां से जिला सत्र न्यायधीश ने दोनों मूर्तियों को तहसील की ट्रेजरी शाखा में जमा करवा दिया था और मामला न्यायधीश के पास विचाराधीन था. जिस पर अब कोर्ट ने फैसला सुना दिया है.
सुपुर्द की गई मूर्तियों को मंदिर में स्थापित किया गया है. यहां लोहिया मंदिर में मूर्तियां फिर से स्थापित होने के बाद भगवान राधा कृष्ण की आरती की गई और उन्हें विराजमान किया गया.
Last Updated : Mar 19, 2020, 3:15 PM IST