छतरपुर। जिले में धर्मांतरण से जुड़ा एक मामला सामने आया है, जिसको लेकर एक शिक्षिका ने थाने में पहुंचकर शिकायती आवेदन देते हुए कार्रवाई की बात कही है. पीड़ित शिक्षका का आरोप है कि वह जिस कान्वेंट स्कूल में पढ़ाती है, उसकी प्राचार्य ने कई महीनों से उसकी तनख्वाह रोक रखी है. जब उसने अपना वेतन मांगा, तो उसे वेतन के बदलने ईसाई धर्म अपनाने का दबाब बनाया गया. बता दें कि, इसके बाद पीड़िता ने पुलिस के समक्ष आवेदन देते हुए कार्रवाई की मांग की है.
क्या है मामला ?
दरअसल, ये पूरा मामला विश्वपर्यटक स्थल खजुराहो का है, जहां रहने वाली रूबी सिंह ने खजुराहो थाने में एक आवेदन दिया, जिसमें महिला ने इस बात का जिक्र किया कि वह जिस स्कूल में पढ़ाती है, उस स्कूल से उन्हें पिछले 7 महीने से सैलरी नहीं मिली है. जब उसने सैलरी की मांग की, तो स्कूल की प्राचार्य भाग्या सिस्टर ने उनसे ईसाई धर्म अपनाने की बात कही. साथ ही कहा कि अगर तुम ईसाई धर्म अपना कर भगवान के शरण में आ जाती हों, तो तुम्हारे सारे कष्ट दूर हो जाएंगे.
रूबी की मानें, तो वह खजुराहो के कान्वेंट स्कूल में बतौर लाइब्रेरीयन के पद पर 2016 से पदस्थ है, लेकिन पिछले 7 माह से उसे जानबूझकर वेतन नहीं दिया जा रहा है, क्योंकि स्कूल की प्राचार्य जानती हैं कि मेरी पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं है. आर्थिक परेशानियों के चलते ज्यादा दिनों तक मैं यह दबाव नहीं झेल पाऊंगी. रूबी ने अपने आवेदन में लिखा है कि स्कूल की प्राचार्य मेरी आर्थिक समस्याओं का फायदा उठाकर मुझसे धर्मांतरण कराना चाहती हैं.