छतरपुर। जिले में इन दिनों पुलिस नदी एवं तालाबों पर पहरा दे रही है, यह बात सुनने में बेहद अजीब एवं चौंकाने वाली लग सकती है, लेकिन पुलिस का नदी एवं तालाबों पर पहरा देने की वजह अवैध शराब के परिवहन को रोकना है.
नदियों, तालाबों के जरिए हो रही शराब की तस्करी: पुलिस ने लगाया पहरा
कोरोना संकट के बीच अवैध शराब की तस्करी के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में नदी और तालाबों के जरिए यूपी से हो रही इस तस्करी को रोकने के लिए पुलिस की पहरेदारी लगा दी गई है.
नदी-तालाबों से अवैध रूप से शराब का परिवहन
दरअसल, लॉकडाउन के चलते प्रदेश में शराब की दुकानें बंद है. ऐसे में शराब माफिया जिले में उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे नदी तालाबों से अवैध रूप से शराब का परिवहन कर रहे हैं. इस परिवहन में शराब माफिया नाव का उपयोग करते हैं और आसानी से उत्तर प्रदेश की शराब को मध्यप्रदेश में लेकर आ जाते हैं. पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा को इस बात की सूचना मिली थी की नदी एवं तालाबों के जरिए नाव के सहारे उत्तर प्रदेश की शराब मध्यप्रदेश में आसानी से लाई जा रही है. जिसके चलते एसपी सचिन शर्मा ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को सूचित किया था.
नदी-तालाबों पर पुलिस की निगरानी
बता दें कि एसपी ने निर्देश दिए की किसी भी तरह से जिले में अवैध शराब का परिवहन नहीं होना चाहिए. इसी के चलते थाना महाराजपुर पुलिस ने नाव के सहारे शराब का परिवहन करते हुए कुछ आरोपियों को शराब के साथ गिरफ्तार कर लिया है. थाना प्रभारी जेड वाई खान ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार उत्तर प्रदेश की सीमाओं से लगे नदी एवं तालाबों पर निगरानी रखी जा रही है, ताकि किसी भी तरह से अवैध शराब का परिवहन ना हो सके. शराब माफियाओं के द्वारा अवैध रूप से शराब तस्करी का यह तरीका पुलिस के लिए ना सिर्फ सिर दर्द बना हुआ है, बल्कि अब पुलिस नदी एवं तालाबों की भी निगरानी कर रही है.