छतरपुर। जिले में अपहरण की अजीबो-गरीब घटना सामने आई है, कंट्रोल रूम में किसी व्यक्ति ने अपहरण की जानकारी थाना प्रभारी जसवंत सिंह को दी थी, जानकारी में ये बताया गया कि नीले रंग की ऑल्टो कार से अपहरणकर्ता बच्ची का अपहरण करके ले जा रहे हैं. जिसके बाद नाकाबंदी कर दी थी पर जब मामले की जांच की गई तो अपहरण की घटना झूठी निकली.
अपहरण की खबर से पुलिस प्रशासन में अफरा-तफरी, झूठी निकली खबर
छतरपुर कंट्रोल रूम में पुलिस को किसी व्यक्ति ने खबर दी थी की एक नीली कार में बच्ची का अपहरण किया जा रहा है, जब पुलिस ने घेराबंदी कर कार पकड़ी तो अपहरण की खबर झूठी निकली.
दरसल कंट्रोल रूम में किसी व्यक्ति ने सूचना दी थी की एक नीली कार की डिक्की में बच्ची का अपहरण कर छतरपुर से पन्ना की तरफ ले जा रहे हैं. जिसके बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई. बमीठा थाना प्रभारी जसवंत सिंह ने घेराबंदी की वहीं डायल 100 को भी सूचना दे दी. वहीं थोड़ी देर बाद पुलिस ने देवगांव से गाड़ी को पकड़ लिया. जब गाड़ी की तलाशी ली गई तो कार में बच्ची थी, लेकिन बच्ची से जब पूछताछ की गई तो अपहरण की खबर झूठी निकली. लड़की और उनके परिजनों ने बताया कि वो लोग पन्ना से बच्ची का इलाज कराने छतरपुर गए थे, बच्ची के पैर में प्लास्टर के लिए गए थे.
बच्ची ने अपना नाम आफरीन बानो बताया वहीं परिजनों ने डॉक्टर का पर्चा भी पुलिस को दिखाया, जिसके बाद पुलिस ने लिखित बयान लेकर उन्हें छोड़ दिया.