छतरपुर। जिले के नौगांव तहसील के छोटे से गांव करारा गंज में 2 साल पहले एक नीलगाय गिरजा प्रसाद बाजपेई के घर पर चढ़ गई थी, इस दौरान घर में उनका बेटा सो रहा था. तभी नीलगाय मकान के छज्जे के साथ उनके बेटे के ऊपर आ गिरी. इस घटना में गिरजा प्रसाद बाजपेई का बेटा पूरी तरह से दिव्यांग हो गया. अब उसके इलाज के लिए पिछले 2 सालों से लगातार उसके बच्चे के डीएफओ कार्यालय से लेकर कलेक्ट्रेट और एसडीएम कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन आज तक किसी ने भी उनकी कोई मदद नहीं की.
नीलगाय के हमले में बेटा हो गया घायल, दो साल से मदद के लिए भटक रहे परिजन - छतरपुर कलेक्ट्रेट
छतरपुर जिले के गांव करारा गंज में 2 साल पहले एक नीलगाय के हमले में गिरजा प्रसाद बाजपेई का बेटा दिव्यांग हो गया था. तब से गिरजा प्रसाद बाजपेई अपने बेटे को लेकर दर दर भटक रहे हैं, ऐसे में एडीएम प्रेम सिंह चौहान ने हर संभव मदद दिलाने का अश्वासन दिया है.
दद के लिए दर दर भटक रहे माता पिता
गिरजा प्रसाद बाजपेई बताते हैं कि वह 2 साल से लगातार अपने बेटे के इलाज के लिए कई नेताओं एवं अधिकारियों के पास चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी ने भी उनकी कोई मदद नहीं मिली है. वहीं एक बार फिर मदद की आस में गिरजा प्रसाद अपने बेटे और पत्नी के साथ छतरपुर कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां एडीएम प्रेम सिंह चौहान ने हर संभव मदद दिलाने का अश्वासन दिया है.