छतरपुर। जिले के बिजावर मुख्यालय से 25 किलोमीटर मोतीगढ़ गांव में स्थित शासकीय माध्यमिक शाला 208 बच्चों पर सिर्फ 4 शिक्षक पदस्थ हैं. इतना ही नहीं विद्यालय परिसर में शिक्षकों की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां एक तरफ स्कूल परिसरों में कुत्ते आराम फरमाते नजर आते है, तो दूसरी ओर कक्षाओं में गंदगी पड़ी रहती है.
छतरपुर: 208 बच्चों पर पदस्थ हैं 4 शिक्षक, जो अक्सर रहते हैं नदारद, विद्यालय में ताला लगा देख लौट जाते हैं बच्चे
छतरपुर जिले के बिजावर में शासकीय माध्यमिक शाला में 208 बच्चों पर सिर्फ 4 शिक्षक पदस्थ हैं, जो कभी आते हैं तो कभी नहीं आते हैं. अक्सर विद्यालय बंद ही रहता है. इतना ही नहीं विद्यालय में गंदगी का अंबार लगा हुआ है.
बता दें कि स्कूल रोज नहीं खुलता है, हफ्ते में तीन से चार दिन ही खुलता है. साथ ही स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए मिड्-डे मील की भी कोई व्यवस्था नहीं है. विद्यालय में पेयजल की भी कोई व्यवस्था नहीं है. हैंडपंप तो है लेकिन वो काम नहीं करता है. जिस वजह से बच्चों को पानी के लिए संघर्ष करना पड़ता है. छात्र स्कूल तो आते हैं पर ताला लगा देख वापस लौट जाते हैं. स्कूल में 208 छात्र है पर पढ़ाने के लिए मात्र 4 ही शिक्षक पदस्थ है .
गांव में धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं, इसलिये बच्चे स्कूल नहीं आते हैं. स्कूल में शिक्षक ना होने कि बात पर प्राचार्य ने बताया कि शिक्षकों की समस्या है, उन्होंने बताया कि अतिथि शिक्षकों की भी नियुक्ति नहीं हुई है. मिड्-डे मील के लिए प्राचार्य ने कहा मध्यान भोजन के लिए स्कूल में तीन समूह हैं, जिनके आपसी मनमुटाव के चलते छात्रों को भोजन नहीं मिल पा रहा है.