छतरपुर। जिले के ग्राम कर्री में बच्चों की टोली ने अक्षय तृतीय पर गुड्डा -गुड़ियों की शादी रचाई, जिसमें ग्रामीणों ने भी बढ़-चढ़कर सहयोग देकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया. वहीं बच्चों ने गुड्डा- गुड़िया का ब्याह रचाने के लिए मंडप सजाकर तेल, हल्दी चढ़ाई और साथ ही शादी में होने वाले रस्मों को पूरा किया.
अक्षय तृतीय पर बच्चों ने रचाई गुड्डा- गुड़िया की शादी
छतरपुर के कर्री गांव में अक्षय तृतीय के मौके पर बच्चों की टोली ने गुड्डा -गुड़ियों की शादी मंडप के नीचे शादी रचाई, जिसे देखते हुए ग्रामीणों ने अपना सहयोग दिया. बता दें की अक्षय तृतीय के दिन से ही विवाह का शुभ मुहूर्त प्रारंभ हो जाता है.
बच्चों ने रचाई गुड्डा- गुड़ियां की शादी
बता दें की अक्षय तृतीय के दिन से ही विवाह का शुभ मुहूर्त प्रारंभ हो जाता है और दूसरी मान्यता ये भी है कि इसी दिन दुशासन ने द्रौपदी का चीर हरण किया था, जिससे भगवान श्रीकृष्ण ने कभी खत्म न होने वाली साड़ी द्रोपदी को प्रदान की थी और ऐसी ही कई मान्यताएं अक्षय तृतीया के दिन मानी जाती हैं, जिससे ये दिन पवित्र और शुभ माना जाता है.