छतरपुर।लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार ने शराब की दुकाने खोलने की अनुमति दे दी है. लेकिन मंदिर अभी भी बंद हैं. ऐसे में निर्मोही अखाड़े के राष्ट्रीय पंच एवं संत समाज समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महंत रामदास ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि, शराब की दुकानों को तो खोल दिया गया है, लेकिन मंदिर अभी भी बंद हैं.
लॉकडाउन: मंदिर नहीं खुलने पर निर्मोही अखाड़े ने जताई नाराजगी, विरोध करने की दी चेतावनी
लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार ने शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है. लेकिन मंदिर अभी भी बंद हैं. ऐसे में निर्मोही अखाड़ा के महंत रामदास ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि, शराब की दुकानों को तो खोल दिया गया है, लेकिन मंदिर अभी भी बंद हैं.
महंत रामदास ने कहा कि, नरेंद्र मोदी देश के अच्छे प्रधानमंत्री हैं. इसके बावजूद शराब की दुकानों को खोलने के आदेश क्यों दे दिए हैं. मंदिर अभी भी बंद हैं. यह बात समझ में नहीं आ रही है. उन्होंने कहा कि, शराब की दुकानों में हजारों लोग एक साथ शराब लेने के लिए जा सकते हैं, लेकिन मंदिर लॉकडाउन के चलते बंद किए गए हैं. जिस तरह शराब की दुकानों में लोग जा सकते हैं, ठीक वैसे ही सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए लोग मंदिर जा सकते हैं, सरकार को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए था.
महंत ने कहा कि, वे सरकार के इस फैसले को लेकर निर्मोही अखाड़ा के तमाम सदस्य बात करेंगे और आने वाले समय में मंदिरों को जल्द से जल्द खोला जाएगा. इसको लेकर सरकार के पास अपना प्रतिनिधिमंडल भी भेजेंगे. लॉकडाउन में शराब की दुकानें खोलने एवं मंदिरों को बंद रहने के चलते निर्मोही अखाड़ा काफी नाराज है. निर्मोही अखाड़ा का कहना है कि, अगर आने वाले समय में जल्द से जल्द मंदिरों नहीं खोले जाते है, तो वो सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध भी किया जाएगा.