छतरपुर।दुनिया आधुनिक हो गई है. आधुनिकता के इस दौर में हर होने वाली गतिविधि का पूर्वानुमान लगा लिया जाता है. ऐसे में मौसम विभाग भी सुपर कम्प्यूटर के माध्यम से मौसम का पूर्वानुमान कर लेता है. लेकिन बुंदेलखंड के इस पिछड़े क्षेत्र में लोग आज भी पुरानी मान्यता के आधार पर चल रहे हैं. बुंदेलखंड क्षेत्र के लोग आज भी अंडों को देखकर अच्छी बारिश होने का अनुमान लगा रहे हैं. शहर के रेस्ट हाउस में टिटहरी चिड़िया ने चार अंडों को दिया है. टिटहरी चिड़िया के चार अंडे देखकर लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई.
पुरानी मान्यता से बारिश का अनुमान: बुंदेलखंड क्षेत्र की पुरानी मान्यता ने अनुसार, टिटहरी नामक चिड़िया जितने अंडे देती है, उतने महीने बारिश होती है. टिटहरी ने चार अंडों को दिया है तो लोग चार महीने अच्छी बारिश होने का अनुमान लगा रहे हैं. वहीं, शहर के वीरेंद्र कॉलोनी निवासी टिंकू यादव के खेत पर चिड़िया ने तीन अंडे दिए है, ऐसे में टिंकू यादव ने बताया कि पुरानी मान्यता के अनुसार, जितने अंडे की नोक जमीन के नीचे होती है उतने महीने ही अच्छी बारिश का अनुमान लगाया जाता है. वह पिछले चार पांच साल से अंडों के हिसाब से बारिश के अनुमान पर नजर रख रहे हैं और वह सही साबित भी हो रही है. हालांकि एक दो स्थानों पर चार अंडे भी मिले हैं, लेकिन सभी जगह दो अंडों की नोक जमीन के नीचे जबकि बाकी अन्य अंडों की नोक की दिशा अलग मिली है. ऐसे में दो महीने अच्छी बारिश होने का अनुमान लगाया जा सकता है. शिकारपुरा गांव के धर्मदास यादव के अनुसार पुराने ज़माने में इसी तरह से बारिश होने का अनुमान लगाया जाता था.
मौसम विभाग को सामान्य बारिश की उम्मीद: मौसम विभाग के मुताबिक, इस वर्ष सामान्य बारिश होगी. कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विभाग के प्रेक्षक हेमंत कुमार सिन्हा ने बताया कि ''मौसम विभाग आधुनिक हो गया है, मौसम का पूर्वानुमान भोपाल एवं दिल्ली केंद्र में लगे सुपर कम्प्यूटर से लगाया जाता है.'' हेमंत कुमार सिन्हा के अनुसार, ''बारिश का दोबारा पूर्वानुमान होता है, पहले पूर्वानुमान में इस वर्ष सामान्य बारिश का अनुमान है, जबकि दूसरा पूर्वानुमान जून के महीने में किया जाएगा. मौसम विभाग इस तरह से टिटहरी के अंडों की प्रथा पर विश्वास नहीं करता.''