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MP Chhatarpur: कलेक्टर के निर्देश पर चबूतरा तोड़ने के लिए पहुंची नपा टीम, कांग्रेस नेताओं ने किया विरोध - कांग्रेस नेताओं ने किया विरोध

छतरपुर जिले के नौगांव में दो दशक पहले महापुरुष की प्रतिमा लगाने के लिए बना चबूतरा जर्जर हो चुका है. इसे तोड़ने के निर्देश कलेक्टर ने दिए. निर्देश का पालन करने के लिए नगरपालिका की टीम मौके पर पहुंची तो कांग्रेस नेताओं ने मौके पर आकर विरोध किया. मजबूर होकर नगरपालिका की टीम को बैरंग लौटना पड़ा.

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चबूतरा तोड़ने के लिए पहुंची नपा टीम, कांग्रेस नेताओं ने किया विरोध

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Published : Apr 24, 2023, 3:58 PM IST

छतरपुर।जिले के नौगांव के टीबी अस्पताल चौराहे पर नगर पालिका परिषद द्वारा करीब दो दशक पहले महापुरुष की प्रतिमा लगाने के लिए निर्मित चबूतरा बिना उपयोग के ही जर्जर हो गया है. दो सप्ताह पहले जिला कलेक्टर संदीप जी आर ने टीबी अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद अनुपयोगी चबूतरा को तोड़ने के निर्देश दिए. निर्देश के बाद पहुंची नपा की टीम को कांग्रेसी पार्षद एवं नेताओं का विरोध झेलना पड़ा और नतीजा नगर पालिका का अमला खाली हाथ वापस लौट आया. जिसके बाद से यह जर्जर एवं अनुपयोगी चबूतरे को स्थिति जस की तस बनी हुई है.

कलेक्टर ने दिए चबूतरा तोड़ने के निर्देश :कलेक्टर संदीप जी आर ने निरीक्षण के दौरान अनियमितता मिलने पर टीबी अस्पताल के अधीक्षक को फटकार लगाने एवं व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए. इसके बाद जब कलेक्टर अस्पताल से बाहर निकले तो अचानक नाले के ऊपर बने चबूतरे पर चढ़ गए. उन्होंने एसडीएम विनय द्विवेदी, नपा सीएमओ नीतू सिंह से इसके उपयोग के बारे में पूछा, लेकिन दोनों अधिकारी कोई संतुष्ट जवाब नहीं दे पाए. कलेक्टर ने चबूतरे को अनुपयोगी होने पर इसको तोड़ने के निर्देश दिए. उनका तर्क था कि इसके टूटने से चौराहा चौड़ा हो जाएगा तो यातायात में आसानी रहेगी.

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कांग्रेस नेताओं का विरोध :कलेक्टर के निर्देश का पालन करने नपा की टीम जेसीबी लेकर चबूतरे को तोड़ने पहुंची. जानकारी लगने पर वार्ड नंबर 09 के पार्षद विष्णु स्वरूप नायक, नगर कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह यादव अपने समर्थकों के साथ चबूतरा तोड़ने का विरोध करते हुए जेसीबी के सामने आ गए. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे कैसे बिना किसी आदेश के निर्माण को ध्वस्त कर सकते हैं, जिसमें नगर पालिका का लाखों रुपए खर्च हुआ हो. इसको तोड़ना ही है तो बाकायदा नपा की बैठक को प्रस्ताव पारित सहित अन्य प्रक्रिया हो, इसके बाद तोड़ना उचित होगा. वहीं नपा के अधिकारी कलेक्टर के निर्देश का हवाला देकर तोड़ने की बात करते रहे. काफी देर बाद विवाद की स्थिति के बाद नगर पालिका की टीम चबूतरा तोड़े बिना ही चली गई.

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