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MP Chhatarpur: श्रीमद् भागवत कथा के बाद भंडारा, दोना पत्तल उठाने के लिए अधिकतम बोली 15 हजार - पत्तल उठाने के लिए अधिकत बोली

किसी कार्यक्रम अथवा आयोजन में कार्य करने के लिए लोगों को मेहनताने के रूप राशि देनी पड़ती है. लेकिन छतरपुर जिले के हरपालपुर क्षेत्र के गलान गांव में अनोखी पहल देखने को मिली. जहां पर पिछले दिनों हुए भंडारे के झूठे दोना पत्तल उठाने के लिए किसी को राशि नहीं देनी पड़ी, बल्कि इस सेवा कार्य को करने के लिए सबसे अधिक बोली लगाकर यह कार्य किया है एक परिवार ने.

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दोना पत्तल उठाने के लिए अधिकतम बोली लगी 15 हजार रुपए

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Published : Jun 6, 2023, 10:33 AM IST

दोना पत्तल उठाने के लिए अधिकतम बोली लगी 15 हजार रुपए

छतरपुर।जिले के नौगांव जनपद पंचायत क्षेत्र के गलान गांव में स्थित सिद्ध पीठ बजरंग बाघ स्वर्ग आश्रम में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया. इसमे कथा के साथ रामलीला का भी कार्यक्रम किया गया. इस दौरान भगवान शनिदेव महाराज, शिवजी, रुद्रयज्ञ नवीन यज्ञशाला का निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा हुई. कथा व्यास सिद्ध सदन रिछारिया द्वारा भागवत कथा सुनाई गई. पिछले कई वर्षों से चली आ रही परंपरा के तहत कथा के समापन पर भंडारा हुआ.

यादव समाज लगा सेवा कार्य में :भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने के बाद पत्तल, दोना, डिस्पोजल आदि सामग्री को उठाने और साफ-सफाई के लिए गांव के एक यादव समाज का पूरा परिवार लगता रहा है. यादव समाज के परिवार ने इस कार्य को करने के लिए मेहनताना नहीं लिया, बल्कि सेवा के रूप में करने के लिए सबसे अधिक बोली लगाकर ये काम किया. भंडारे में गांव के सर्व समाज के साथ ही हरपालपुर और नौगांव क्षेत्र के हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया.

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सबसे अधिक बोली लगाई :भंडारे से पहले दोना पत्तल उठाने और सफाई के कार्य को करने के लिए आयोजन समिति के द्वारा ग्रामीणों के समक्ष बोली लगाई गई. 5 हजार से शुरू हुई बोली बढ़ती गई. राजेंद्र यादव ने 12 हजार की बोली लगाई और गांव के ही शिवम यादव ने अधिकतम 15 हजार की बोली लगाकर यह करने का सौभाग्य अपने नाम किया. आयोजन समिति के अनुसार बोली से प्राप्त रकम मंदिर के विकास एवं भंडारे पर खर्च की जाती है. ऐसा पहली बार नहीं है बल्कि पिछले कई वर्षों से बोली लगाने की यह परंपरा चली जा रही है. अधिकतम बोली लगाने वाले शिवम यादव का कहना है कि ऐसा पुनीत कार्य करने का सौभाग्य सभी को नहीं मिलता है.

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