छतरपुर। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन किया गया है. इस कारण गरीब और मजदूर लोगों को अपने परिवार को पालन पोषण करान दूभर हो रहा है. उनकी परेशानी को देखते हुए शहर के किन्नरों ने लोगों की मदद करना शुरू किया है. नीतू किन्नर के मुताबिक लॉकडाउन के चलते गरीब, असहाय और मजदूर लोगों को दो वक्त का खाना नसीब नहीं हो रहा है. इसलिए किन्नर उन गरीबों को राशन, पानी सहित उनकी हर जरूरत को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं.
गरीबों की मदद को सामने आए किन्नर नीतू किन्नर का कहना है कि वो सब मिलकर लोगों को राशन से लेकर कपड़े और नकद रुपए वितरित कर रहे हैं. नीतू की मानें तो ये सब लॉगडाउन के पहले दिन से ही अनवरत जारी हैं और उनके यहां रोजाना सैकड़ों जरूरतमंदों की यूं ही भीड़ लगती है और वो दिल दोनों हाथ खोलकर लोगों की मदद करतीं हैं.
वहीं स्थानीय लोगों की माने तो 'नेता, जनप्रतिनिधि सिर्फ नाम के होते हैं जो सिर्फ हमसे लेने आते हैं और देने कुछ भी नहीं आते हैं, वो चुनाव के वक्त तो हमारे घरों तक चले आते हैं और उसके बाद 5 साल तक कहीं नजर ही नहीं आते. इससे बेहतर तो हमारे किन्नर लोग हैं जो हर वक्त हम, गरीबों, जरूरतमंदों की मदद के लिये तत्पर और हर संभव खड़े रहते हैं'.
कोई नहीं जाता खाली हाथ
जानकारी के अनुसार नीतू किन्नर आज से नहीं पिछले कई सालों से ऐसा करती आ रही हैं. वो हर जरूरतमंद की हरसंभव मदद करती हैं, और जो भी इनके दर पर पहुंचता है वह उसे खाली हाथ नहीं जाने देती हैं. लिहाजा देशभर में लॉगडाउन का असर सभी जगह देखने को मिल रहा है, जिसके चलते आम से लेकर खास तक तक हर कोई परेशान है, जो भी जिस स्तर का है वो उस स्तर पर मजबूर और परेशान है. किसी की परेशानी किसी से कमतर यानि किसी से कम नहीं है बावजूद इसके लोगों में जितना दम है वह एक-दूसरे की मदद करने में लगे हुए हैं.