छतरपुर।शारदीय नवरात्रि का आगाज शनिवार को गया है. इन नवरात्रों में भक्त, मां की विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं. वहीं छतरपुर के बड़ामलहरा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ामलहरा के बक्सवाहा में एक चुनावी सभा को संबोधित किया. चुनावी सभा शुरू होने से पहले शिवराज सिंह चौहान के चाहने वालों एवं बीजेपी के समर्थकों ने उन्हें मां सरस्वती की एक प्रतिमा उपहार स्वरूप भेंट की लेकिन उसी मां सरस्वती की प्रतिमा का मंच पर ही अपमान हो गया. दरअसल, शिवराज सिंह चौहान को मां सरस्वती की जो प्रतिमा भेंट की गई थी, उसे कुछ देर बाद मंच पर नीचे रख दिया गया, जहां सभी लोग जूते पहनकर खड़े हुए थे.
"शिव" की सभा में सरस्वती का हुआ अपमान, चुनावी जोश में भूले संस्कृति - shivraj assembly
छतरपुर के बड़ामलहरा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ामलहरा के बक्सवाहा में एक चुनावी सभा को संबोधित किया. चुनावी सभा शुरू होने से पहले शिवराज सिंह चौहान के चाहने वालों एवं बीजेपी के समर्थकों ने उन्हें मां सरस्वती की एक प्रतिमा उपहार स्वरूप भेंट की लेकिन उसी मां सरस्वती की प्रतिमा का मंच पर ही अपमान हो गया.
दरअसल, शिवराज सिंह चौहान को उनके कार्यकर्ताओं ने भेंट स्वरूप जो सरस्वती माता की प्रतिमा दी थी. उसे शिवराज सिंह चौहान के सुरक्षा गार्ड एवं बीजेपी के अन्य पदाधिकारियों ने धीरे-धीरे प्रतिमा को मंच के उस हिस्से के पास रख दिया, जहां से लोग संबोधन कर रहे थे. जमीन पर रखी मां सरस्वती की प्रतिमा के पास कई लोग जूते पहनकर खड़े रहे तो कई लोगों के पैर तक उस प्रतिमा को लगते रहे लेकिन, किसी ने भी उस प्रतिमा की ओर ध्यान नहीं दिया.
काफी देर हो जाने के बाद जब बीजेपी के एक कार्यकर्ताओं को ऐसा लगा कि कहीं ना कहीं मां सरस्वती का मंच पर अपमान हो रहा है, तो उन्होंने उस प्रतिमा को उठाकर शिवराज की गाड़ी में रखवा दिया. लेकिन इससे पहले मंच पर लगभग 15 मिनट तक उस प्रतिमा का अपमान होता रहा और लोग जूते-चप्पल पहनकर प्रतिमा के आसपास खड़े रहे. वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच पर पहुंचते ही मां को याद किया.