छतरपुर। मध्य प्रदेश सरकार ने उचित समर्थन मूल्य पर उपज की खरीदी शुरू कर दी है. इसके बावजूद छतरपुर जिले के सरवई क्षेत्र में सेवा सहकारी समिति नाहरपुर उपार्जन केंद्र सिंहपुर में किसानों के चने की खरीदी नहीं की जा रही है. उपार्जन केंद्र के सर्वेयर अभिषेक कुमार का कहना है कि, सरकारी मापदंडों पर किसानों का चना खरा नहीं उतर रहा है. जिसकी वजह से खरीदी नहीं की गई.
खरीदी केंद्र पर चना बेचने पहुंचे किसानों के हाथ लगी निराशा, सर्वेयर ने किया रिजेक्ट - Abhishek Kumar Patel
छतरपुर जिले के सरवई क्षेत्र में सेवा सहकारी समिति नाहरपुर उपार्जन केंद्र सिंहपुर में किसानों के चने की खरीदी नहीं की जा रही है. नियमों का हवाला देकर सर्वेयर चने की उपज को रिजेक्ट कर दे रहे हैं.
किसानों का कहना है कि, लॉकडाउन के चलते बड़ी मुश्किल से अपना अनाज उपार्जन केंद्र तक पहुंचा पा रहे हैं. लेकिन चने को रिजेक्ट कर दिया जा रहा है. किसान रामप्रताप घोष ने बताया कि, 'हम चना बेचने आये है. लेकिन सुबह से शाम हो गई, हमारा अनाज नहीं खरीदा जा रहा है. चने में नाममात्र का बटरा है. इतने बड़े ढेर में कही न कही तो एकाद बटरा तो होता ही है'. हालांकी प्राशासनिक अमले द्वारा किसान के चना के ढेर को फिलहाल आगामी आदेश का हवाल देकर रखवा लिया गया है. उपार्जन केंद्र सिंहपुर की कार्यशैली की वजह से किसान बेवजह परेशान हो रहा है.
उपार्जन केंद्र के सर्वेयर अभिषेक कुमार पटेल का कहना है कि, किसानों को बताया गया था कि, चने में एक भी मटरा दिखाई दिया, तो उसे नहीं खरीदा जाएगा. किसानों द्वारा लाया हुआ चना सरकारी मापदंडों पर खरा नहीं उतरता. इसलिए नहीं खरीदा गया. इस पूरे मामले को लेकर समिति प्रबंधक देवमणि तिवारी ने कहा कि, किसानों का चना सरकारी मापदंडों पर खरा नहीं उतर रहा है, यही वजह है कि खरीदी नहीं की गई.