छतरपुर।जिले से लगभग 20 किलोमीटर दूर कर्री गांव में मकर संक्रांति के अवसर पर लगने वाले मेले का इतिहास लगभग 100 साल पुराना है. ये मेला आज भी आसपास के क्षेत्र में शान बना हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि ये मेला 100 साल से भी ज्यादा पुराना है, जो कि अंग्रेजों के जमाने से चला आ रहा है.
अंग्रेजों के जमाने से लगता आ रहा है ये मेला, आज भी वहीं अंदाज, वहीं आस्था - मकर संक्रांति
छतरपुर से लगभग 20 किलोमीटर दूर कर्री गांव में पिछले 100 सालों से मकर संक्रांति के मौके पर मेला लग रहा है.
100 साल पहले से लग रहा है मेला
पहले कभी यहां स्थानीय राजा का किला हुआ करता था. वहीं समय पर संरक्षण न होने से किले का वजूद भी समाप्त हो चुका है. साथ ही मेला लगने की जगह के पास ही ऐतिहासिक शिव मंदिर है जो लोगों के लिए आज भी आस्था का एक बड़ा केंद्र है.
वहीं मेले में सुरक्षा की दृष्टि को लेकर जब अधिकारियों से बात की गई तो अधिकारियों ने बताया की सुरक्षा व्यवस्था अच्छी है. साथ ही ग्रामीणों का भी विशेष सहयोग है.
Last Updated : Jan 15, 2020, 11:45 PM IST