छतरपुर। कुछ दिनों पहले ही जिले के वन परिक्षेत्र से मरे हुए मोर और बंदरों की फोटो वायरल हुई थी, जिन्हें यह कहते हुए सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा था कि पानी की कमी के चलते प्यास के कारण इन जानवरों ने दम तोड़ दिया. लेकिन वन परिक्षेत्र अधिकारी वीके अवस्थी का कहना है कि इतनी भीषण गर्मी होने के बाद भी अभी तक एक भी पशु-पक्षी की प्यास के चलते मौत नहीं हुई है.
पशु पक्षियों के लिये पानी की व्यवस्थाएं मानसून में देरी और लगातार बढ़ रही गर्मी के कारण हुई पानी की कमी के चलते लोग परेशान हैं. ऐसे में पशु-पक्षियों को भी पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है. इसी मुददे पर वीके अवस्थी ने कहा कि हमने वन परिक्षेत्र में तमाम पशु पक्षियों के लिए कृत्रिम तौर से बनाए गए जल स्त्रोतों की व्यवस्था कर रखी है. साथ ही कुछ प्राकृतिक स्त्रोत भी हैं. जिनसे पशु-पक्षी अपनी प्यास बुझाते हैं.
दरअसल कुछ दिनों पहले ही वन परिक्षेत्र छतरपुर से कुछ मोर एवं बंदर की फोटो वायरल हुई थी. जिन्हें यह कहते हुए सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा था, कि पानी की प्यास के कारण इन जानवरों ने दम तोड़ दिया है. जिसकी वजह से वन विभाग छतरपुर की काफी आलोचना की जा रही थी.
लेकिन वन परिक्षेत्र अधिकारी ने इन तमाम बातों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है यह फोटो कहीं और की है और छतरपुर की बता कर इन्हें वायरल किया जा रहा था. पशु पक्षियों के लिये पानी की सारी व्यवस्थाएं हैं, सरकार द्वारा जो योजना चलाई जाती है उसका भी हम सख्ती से पालन करते हैं. वन विभाग का अमला इस बात पर ध्यान दिए हुए है कि जहां-जहां पशु-पक्षी पानी के लिए आते हैं वहां उनको पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सके.