छतरपुर। जिले के बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र के किसान सिंचाई की सुविधा नहीं होने से काफी परेशान हैं. जिसके चलते किसानों ने हाथ में गेहूं की फसल लेकर कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है. किसानों का कहना है कि जिस बांध से उन्हें 40 सालों से सिंचाई के लिए पानी मिल रहा था, वह अचानक बंद कर दिया गया है, जिससे फसलें खराब होने लगी हैं. वहीं इस मामले में कलेक्टर मोहित बुंदास कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर रहे हैं.
सिंचाई सुविधा नहीं होने से किसान परेशान, गेहूं की फसल लेकर कलेक्टर से लगाई गुहार - गेहूं की फसल लेकर कलेक्ट्रेट
छतरपुर जिले के बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र में किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है, जिसके बाद किसानों ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है. किसानों का कहना है कि जिस बांध से उन्हें 40 सालों से सिंचाई के लिए पानी मिल रहा था, वह अचानक बंद कर दिया गया है.
किसानों ने बताया कि उन्होंने इसकी जानकारी कई बार स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को दी. लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी किसी ने भी उनकी कोई मदद नहीं की. आलम यह है कि उन्हें अपनी आंखों के सामने अपनी फसल को मरते हुए देखना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि भले ही क्षेत्र में लगातार बारिश हुई हो लेकिन उनके क्षेत्र में अभी भी पानी की काफी समस्या है. वहीं समय पर फसल को सिंचाई नहीं होने से गेहूं की फसल में दाना नहीं लग रहा है और फसल सूखने लगी है.
हालांकि कलेक्टर ने किसानों को मदद का आश्वासन भी दिया है , लेकिन किसानों का कहना है कि वह पिछले 1 महीने से इसी तरह का आश्वासन सुनते आ रहे हैं. अगर ऐसा ही रहा तो उनकी फसल पूरी तरह से तबाह हो जाएगी. .