छतरपुर। बुंदेलखंड में अतिवृष्टि के चलते किसानों की खरीफ की फसल लगभग बर्बाद हो चुकी है. किसानों ने सोयाबीन, उड़द और तिल की करीब 90 फीसदी फसल का नुकसान हुआ है. छतरपुर जिले के आला अधिकारी लगातार ये बात कह रहे हैं कि पटवारी, RI को भेजकर बर्बाद फसलों का सर्वे करा लिया गया है. जल्द ही किसानों के नुकसान की भरपाई कर दी जाएगी, जबकि अब तक सर्वे के लिए कोई सरकारी नुमाइंदा अब तक किसानों के यहां नहीं पहुंचा है.
90 फीसदी बर्बाद फसलों का अब तक 0% मुआवजा, न सर्वे, न मदद, सिर्फ मिल रहा आश्वासन
अतिवृष्टि से बर्बाद फसलों का सर्वे करने के लिए अब तक कोई सरकारी नुमाइंदा नहीं पहुंचा है, जिसके चलते किसान परेशान हैं.
किसानों का कहना है कि उनकी उड़द और सोयाबीन की फसल लगभग खराब हो गई है. खेत में जो फसल बोई थी, उससे बीज भी नहीं मिल सका है. खराब फसलों का सर्वे करने के लिए न तो सरकार का कोई नुमाइंदा आया और ना ही RI और पटवारी ने फसलों का सर्वे किया. अत्यधिक वर्षा के चलते खराब फसलों के मामले में एडीएम प्रेम सिंह चौहान का कहना है कि कलेक्टर मोहित बुंदस ने RI और पटवारियों को भेजकर किसानों की बर्बाद फसलों का सर्वे करा दिया है और जल्द ही उन्हें मुआवजे की राशि मिल जाएगी.