छतरपुर। बुंदेलखंड का किसान हर बार सूखे की चपेट में आ जाता है, जिसके कारण किसानों को लाखों का नुकसान होता है. कई बार किसान कर्ज के तले दबकर आत्महत्या करने के लिए भी मजबूर हो जाते हैं. पर अब आधुनिक विज्ञान ने इसका तोड़ निकाल लिया है, जिसमें उद्यानिकी विभाग किसानों को परंपरागत फसलों की जगह एलोवेरा जैसी फसलें लगाने के लिए प्ररित करता है.
आधुनिक खेती की तरफ बढ़ रहे किसान, एलोवेरा उगाकर कमा रहे मोटा मुनाफा
बुंदेलखंड में सूखे की मार से परेशान किसान अब परंपरागत खेती को छोड़कर आधुनिक और कम पानी में उगने वाली फसल की तरफ बढ़ने लगे हैं, जिसमें वो एलोवेरा जैसी फसलों को उगाते हैं.
उद्यानिकी विभाग की सहायता से चलने वाली एलोवेरा की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही है. प्लांट के मैनेजर ने बताया कि किसान साल में तीन बार एलोवेरा की कटाई करके उसे प्लांट में लाकर बेचते हैं, जिसमें उन्हें अच्छा खासा मुनाफा हो जाता है.
एलोवेरा की खेती पहले बहुत ही कम होती थी पर अब बुंदेलखंड इलाके में इसकी अच्छी पैदावार होने लगी है. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह एलोवेरा से अर्क निकालने के प्लांट भी लगाए जा चुके हैं. जहां बड़ी संख्या में किसान आकर फसले बेंचते हैं. यहां किसानों को आधुनिक कृषि को बढ़ावा देने के लिए प्ररित भी किया जाता है.