छतरपुर। खजुराहो में चल रहे अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में इन दिनों फिल्मी सितारों का जमावड़ा लगा हुआ है. समारोह में शिरकत करने पहुंचे मशूहर अभिनेता संजय मिश्रा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि यह आयोजन छोटे कलाकारों को आगे बढ़ने के लिए एक बड़ा प्लेटफॉर्म साबित होगा. जिससे उन्हें भी एक नई पहचान मिलेगी.
ETV BHARAT से अभिनेता संजय मिश्रा की खास बातचीत
संजय मिश्रा से जब पूछा गया कि आपने अपने करियर की शुरुआत कब की थी. तो अपने कॉमेडियन अंदाज में उन्होंने कहा कि कहां से बताए वो तो अभी करियर शुरु ही कर रहे हैं. संजय मिश्रा ने कहा कि वह तो पैदा ही कलाकार के रुप में हुए थे. मुझे कलाकारी ही करनी थी मैं जैसे बड़ा होता गया लगा कि एक्टिंग कर सकता हूं. बस फिर क्या था सफर शुरु हो गया और मायानगरी में जो भी काम मिला उसे करता रहा.
अभिताभ बच्चन के साथ काम करते वक्त डरा हुआ था
संजय मिश्रा ने बताया कि उन्हें जब वह पहली बार अभिताभ बच्चन के साथ काम करने का मौका मिला तो वो बहुत डरे हुए थे. क्योंकि अब तक हमने उन्हें सामने से नहीं देखा था लेकिन उनके साथ काम करना था. जब भी उनके साथ मौका मिला तो देखा कि वह इंसान को सही मायने में समझते हैं और उन्ही के साथ काम करने के चलते आंखों देखी उस मूवी ने मुझे हास्य कलाकार से कलाकार बना दिया.
खुद के गमों को भुलाकर दूसरों का हंसाना आसान नहीं होता
संजय मिश्रा ने कहा कि खुद के गमों को भूलकर और अपने अंदर के दर्द को छुपाने के बाद सामने वाले को हंसाना कोई आसान काम नहीं होता. कला के क्षेत्र में विभिन्न विधाओं में से हास्य विधा अपने आप में एक जटिल काम है. क्योंकि कलाकार वहीं होता है जो अपनी भूमिका को सही तरीके से निभाए.