छतरपुर। एक ओर जहां भारत जैसे धर्म प्रधान देश में भगवान के प्रति लोगों की आस्था अटूट होती है. वहीं जब शासकीय मशीनरी मंदिर के विकास काम में पतीला लगाने लगे तो सारी की सारी आस्था धरी की धरी रह जाती है. शासकीय मशीनरी के द्वारा जो सीसी रोड का निर्माण मंदिर परिसर में किया जा रहा है, वह बहुत ही गुणवत्ताहीन और खस्ताहाल है. सड़क बनाने में जिस बजरी का इस्तेमाल किया जा रहा है उसमें बालू की जगह पत्थर की डस्ट शामिल है. जिसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं.
छतरपुर केनगर परिषद गढ़ीमलहरा द्वारा नगर के मुकरबा मंदिर परिसर में सीसी रोड का निर्माण काम किया जा रहा है, जहां इस सीसी रोड के निर्माण कार्य को बेहद घटिया एवं गुणवत्ताहीन तरीके से किया जा रहा है. वहीं इस निर्माण कार्य में प्रतिबंधित पत्थर की डस्ट भी लगाई जा रही है.
इस संबंध में नगरीय निकाय के इंजीनियर आरके अग्रवाल का कहना है कि सीसी रोड निर्माण कार्य में 50% डस्ट डाले जाने का प्रावधान है, जबकि शासन के मापदंड अनुसार सीसी रोड निर्माण कार्य में सीमेंट के साथ बालू और गिट्टी के अलावा किसी भी प्रकार की डस्ट डालने का कोई भी प्रावधान नहीं है. शासन के नियमों को ताक पर रखकर बिना टेंडर के गढ़ीमलहरा नगर परिषद द्वारा यह निर्माण कार्य करवाया जा रहा है. बिना किसी ठेकेदार के नगर परिषद के द्वारा विभागीय तौर पर यह निर्माण कार्य करवाया जा रहा है.
सड़क निर्माण को लेकर मंदिर प्रबंधन का विरोध