छतरपुर। जिला मुख्यालय से 32 किमी दूर गर्रौली से निकली धसान नदी का पानी लॉकडाउन के चलते पहले से कहीं ज्यादा साफ हो गया है, जिसका असर यह हुआ कि अब नदी में पानी कंचन जैसा साफ दिखाई दे रहा है. जिसके चलते नौगांव के लिए पेयजल सप्लाई करने वाले नदी पर बने फिल्टर प्लांट पर अब पहले की अपेक्षा 25 फीसदी ही ब्लीचिंग पाउडर और फिटकरी खर्च हो रही है.
लॉकडाउन से इंसान कैद, प्रकृति आजाद....अब एमपी की ये नदी हो गई साफ - छतरपुर
लॉकडाउन से छतरपुर की धसान नदी स्वच्छ दिखाई दे रही है. जिसके चलते फिल्टर प्लांट पर अब 25 फीसदी ही ब्लीचिंग पाउडर और फिटकरी खर्च हो रही है.
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भारत में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए पहले 21 दिनों के लॉकडाउन और बाद में 19 दिनों के लॉकडाउन के बीच ही जहां आबोहवा साफ हो गई है. पानी में बदबू और दूर-दूर तक गंदगी का एहसास नहीं होता. धसान से उठ रही लहरें भी उसकी स्वच्छता का पता चल रहा है. विशेषज्ञ भी कहते हैं कि उन्होंने सोचा भी नहीं था कि धसान नदी इतनी स्वच्छ हो जाएगी. इसका कारण लॉकडाउन में आम लोगों का नदी से दूर होना है.
वहीं नौगांव नगर पालिका के उपयंत्री धर्मेन्द्र चौबे भी मानते हैं कि धसान का पानी इन दिनों पहले के मुकाबले काफी साफ है. इसलिए नगर पालिका ने भी धसान नदी से सैंपल उठाकर पानी की गुणवत्ता जांच करने का फैसला किया है.