छतरपुर। महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में शनिवार को द्वितीय दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा किया. छतरपुर जिले के यूनिवर्सिटी का द्वितीय दीक्षांत समारोह में मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल मौजूद थे. इसी कार्यक्रम में बैठे छात्र-छात्राओं ने कुलपति मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए. इसपर कुछ स्टूडेंट के बीच विवाद हो गया. देखते ही देखते ये विवाद बढ़ता चला गया, जिसके बाद कार्यक्रम में मौजूद पुलिस ने छात्र-छात्राओं को हिरासत में ले लिया. यह तमाम छात्र-छात्राएं महाराजा महाविद्यालय का यूनिवर्सिटी में विलय का विरोध कर रहे थे. साथ ही इन स्टूडेंट्स का आरोप है कि, यूनिवर्सिटी के कुलसचिव टीआर थापा भ्रष्ट अधिकारी हैं.
छतरपुर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्र, छात्राओं ने किया बबाल, कुलपति मुर्दाबाद के लगाए नारे
छतरपुर विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल पहुंचे थे. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने कुलपति मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए. जिसपर पुलिस ने एक्शन लेते हुए कुछ स्टूडेंट्स को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने छात्र-छात्राओं को किया गिरफ्तार:विरोध करने वाले कई छात्र-छात्राओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. साथ ही छतरपुर जिले के कांग्रेस के कई बड़े नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष लखन पटेल का कहना है कि. पुलिस ने जिस तरह से यह कार्रवाई की है वह बेहद निंदनीय है. मैं और मेरे तमाम कांग्रेस कार्यकर्ता कार्यालय में बैठे हुए थे. अचानक से पुलिस आई और हमें गिरफ्तार कर लिया. एनएसयूआई के नेतृत्व में कई छात्र-छात्राएं राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मिलना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें भी नहीं मिलने दिया. मिलना तो दूर की बात है पुलिस ने उन तमाम छात्र छात्राओं को गिरफ्तार कर अलग-अलग जगहों पर रखा है.
दायरे में रहकर विरोध करना कुछ गलत नहीं: विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुलिस ने अभी तक नहीं छोड़ा है. बताया जा रहा है कि कुछ छात्राओं की तबीयत भी खराब हुई थी. जिला अध्यक्ष लखन पटेल का आरोप है कि, इस तरह की कार्रवाई बेहद दबाव पूर्ण है. अगर कोई संवैधानिक दायरे में रहते हुए किसी का विरोध करना चाहता है तो उसमें क्या बुराई है.