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छतरपुर की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने दिया इस्तीफा, इस कारण से छोड़ी नौकरी, चुनाव लड़ने की सुगबुगाहट तेज

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Published : Jun 23, 2023, 8:09 AM IST

Updated : Jun 24, 2023, 6:53 PM IST

Deputy Collector Nisha Bangre Resign: छतरपुर में पदस्थ निशा बांगरे ने डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है. निशा बांगरे ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि मैं बहुत आहत हूं. मेरे घर के उद्घाटन कार्यक्रम के अवसर पर विश्व शांतिदूत तथागत बुद्ध की अस्थियों के भी दर्शनलाभ करने की अनुमति न देने से मेरी धार्मिक भावनाओं को अपूर्णनीय क्षति पहुंची है.

Chhatarpur Deputy Collector Nisha Bangre resigns
छतरपुर डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे

छतरपुर की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे

छतरपुर।आमला में छुट्टियां काट रही छतरपुर की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. एक धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए उन्हें अनुमति न दिए जाने से नाराज होकर उन्होंने यह कदम उठाया है. निशा बांगरे ने कहा कि ''वे बेहद दुखी हैं और उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं.'' बांगरे ने अपना इस्तीफा सामान्य प्रशासन के प्रमुख सचिव को भेज दिया है. एक कांफ्रेंस में निशा बांगरे ने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ भी हो जाए अंतरराष्ट्रीय सर्वधर्म कार्यक्रम आयोजित होगा. दुनिया की कोई ताकत कार्यक्रम होने से नहीं रोक सकती. उन्होंने प्रशासन पर अनुमति नहीं देने पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब रेलवे ने अपनी जमीन कार्यक्रम के लिए दी है, फिर प्रशासन आखिर किसके दबाव में अनुमति नहीं दे रहा है.

निशा बांगरे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

यह बताई इस्तीफे की वजह:वर्ष 2017 में MPPSC से चयनित निशा बांगरे ने बताया कि ''उन्हें स्वयं के मकान के उद्घाटन और विश्व शांति दूत तथागत बुद्ध की अस्थियों के दर्शन करने के लिए स्वीकृति नहीं दी गई. इससे मेरी धार्मिक भावनाओं को अपूरणीय क्षति पहुंची है. मैं अपने मौलिक अधिकार धार्मिक आस्था एवं संवैधानिक मूल्यों से समझौता करके डिप्टी कलेक्टर के पद पर बने रहना उचित नहीं समझती, इसलिए मैंने डिप्टी कलेक्टर के पद से गुरुवार को अपना इस्तीफा दे दिया है.''

धार्मिक सम्मेलन में शामिल होने की नहीं मिली अनुमति

2016 में क्लियर की MPPSC: निशा ने बताया कि ''अब वे घर में कॉल सेंटर शुरू करेंगी और सिविल सर्विस के लिए तैयारी करने वाले बच्चों को अपना सहयोग देंगी. हालांकि इस्तीफा दिए जाने को लेकर प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन विभाग, दीप्ति गौड़ मुखर्जी से संपर्क नहीं हो पाया है.'' बात करें निशा बांगरे के एकेडमिक्स और करियर की तो उन्होने विदिशा के इंजीनियरिंग कॉलेज से 2010 से 2014 के बीच पढ़ाई की थी. इसके बाद उन्होंने एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम किया. 2016 में MPPSC की परीक्षा दी और उसमें सिलेक्ट हुईं. निशा की पोस्टिंग DSP के पद पर हुई. 2017 में वो छतरपुर में डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्त हुईं.

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धार्मिक सम्मेलन में शामिल होने की नहीं मिली अनुमति: निशा बागरे को 10 मई को ही 6 माह का अवकाश मिला था. यह अवकाश उन्होंने संतान पालन के लिए लिया था. अवकाश के दिनों में अधिकारी ने बैतूल जिले के आमला में 25 जून को आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय सर्व धर्म शांति सम्मेलन में शामिल होने के लिए शासन से अनुमति मांगी थी लेकिन शासन ने यह अनुमति देने से इनकर कर दिया था.

राजनीतिक राह पकड़ सकती है निशा बांगरे:कार्यक्रम का आयोजन गगन मलिक फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है. इसमें डिप्टी कलेक्टर बांगरे काफी एक्टिव हैं. उनका चेहरा बैनर पोस्टर पर भी नजर आ रहा है और वह आमला विधानसभा क्षेत्र में लगातार महिलाओं के कार्यक्रम में शामिल हो रही हैं. माना जा रहा है कि नौकरी छोड़कर निशा बांगरे राजनीति की राह पकड़ सकती हैं. पिछले दिनों एक राजनीतिक पार्टी के सर्वे में निशा बांगरे का नाम प्रमुखता से सामने आया था.

Last Updated : Jun 24, 2023, 6:53 PM IST

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