MP Politics: महाराजपुर के प्रत्याशी कामाख्या का विरोध, टिकट बदलने की मांग को लेकर चौरसिया समाज ने सीएम शिवराज से की मुलाकात - छतरपुर लेटेस्ट न्यूज
मध्य प्रदेश सरकार ने महाराजपुर विधानसभा से कामाख्या प्रताप सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. कामाख्या पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह भंवर राजा के बेटे हैं. इधर लिस्ट जारी होने के बाद चौरसिया समाज कामाख्या प्रताप सिंह के विरोध में आ गया है. समाज के लोगों ने सीएम शिवराज और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात कर महाराजपुर के प्रत्याशी को बदलने की मांग की है.
छतरपुर। जिले की महाराजपुर विधानसभा में भाजपा से घोषित प्रत्याशी कामाख्या प्रताप सिंह के विरोध में भाजपा की अंदरूनी कलह बाहर निकल कर आने लगी है. पार्टी कार्यकर्ताओं के बाद अब चौरसिया समाज भी पार्टी के निर्णय खिलाफ हो गया है. चौरसिया समाज ने गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात कर महाराजपुर विधानसभा से प्रत्याशी बदलने की मांग की है.
कामाख्या प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया:मध्यप्रदेश में चुनाव की सरगर्मी तेज होते ही भाजपा से टिकट पाने वाले उम्मीदवारों का विरोध शुरू हो गया है. भाजपा ने महाराजपुर विधानसभा से पूर्व विधायक एवं मध्यप्रदेश शासन के पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह भंवर राजा के पुत्र कामाख्या प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है. कामाख्या प्रताप सिंह के उम्मीदवार घोषित होते ही क्षेत्र में उनके विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं. मध्यप्रदेश चौरसिया समाज ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर महाराजपुर से की टिकट बदलने की मांग की है.
चौरसिया समाज CM से मिला: चौरसिया समाज मध्य प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष केके चौरसिया के नेतृत्व में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से मिला. हालांकि घोषित प्रत्याशी का टिकट यथावत रहता है या बदलता है यह तो भविष्य के गर्त में है. लेकिन भाजपा ने विधानसभा चुनाव के तीन महीने पहले टिकट की घोषणा करके चुनाव का माहौल गर्म कर दिया है.
दीनदयाल रसोई नहीं हो सकी शुरू, पड़ा है ताला:छतरपुर जिले के नौगांव में नगर पालिका परिषद द्वारा स्वतंत्रता दिवस से गरीब निर्धनों के लिए 5 रुपए में भरपेट भोजन योजना देने की दीनदयाल रसोई एक सप्ताह बाद भी शुरू नहीं हो सकी है. जबकि योजना शुरू करने से पहले नपा परिषद द्वारा इसके 15 अगस्त से शुरू करने का खूब ढिंढोरा पीटा गया. लेकिन जब रसोई शुरू नहीं हुई तो ऐसे में अब अधिकारी अभी शुरू करने का आदेश न मिलने की बात कह रहे हैं. नौगांव शहर में इसके संचालन के लिए नगर पालिका को एजेंसी बनाया गया है.
निराश होकर लौट रहे गरीब, असहाय लोग: नगर पालिका ने बस स्टैंड यात्री प्रतीक्षालय में चिन्हित स्थान पर रंग रोगन कराकर दीनदयाल रसोई केंद्र लिखवा दिया. जिसमें 5 रुपए में भरपेट भोजन खिलाने, हर गरीब को मिलेगा भरपेट भोजन, किसी जरूरतमंद की थाली नहीं रहेगी खाली, जैसे स्लोगन लिखवाकर प्रचार प्रसार शुरू कर दिया, लेकिन रसोई शुरु नहीं हुई. रसोई शुरू न होने से भोजन की उम्मीद लगाए बैठे निर्धन,असहाय तबका निःशब्द है. तो वहीं कई यात्री भी दीवाल पर लिखा प्रचार देखकर भोजन की आस लगाए खोजते-खोजते रसोई तक पहुंच जाते हैं, लेकिन जब वहां ताला लगा मिलता है तो वह निराश होकर लौट रहे हैं. नौगांव सीएमओ निरंकार पाठक का कहना है कि ''दीनदयाल रसोई तैयार करने के निर्देश मिलने के बाद रसोई को तैयार करा दिया गया है, किंतु अभी रसोई शुरू करने के संबंध में निकाय को कोई आदेश नहीं मिला है. जैसे ही आदेश मिलेगा तो रसोई का संचालन शुरू किया जाएगा.''