छतरपुर। जाको राखे साइयां मार सके ना कोई. यह कहावत सच हुई है मध्य प्रदेश के छतरपुर में. 30 फीट बोरवेल में गिरी मासूम ने आखिरकार जिंदगी की जंग जीत ली है. शाम 4:00 बजे बोरवेल में गिरी बिजावर थाना क्षेत्र के ललपुर गांव की नैंसी को 6 घंटे के रेस्क्यू के बाद सही सलामत जिला प्रशासन ने बाहर निकाल लिया है. रेस्क्यू कर बाहर निकालने के बाद जिला प्रशासन तुरंत बच्ची को बिजावर स्वास्थ्य केंद्र ले गया जहां उसे भर्ती किया गया है. बच्ची की हालत स्थिर है और उसके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है.
6 घंटे बाद बाहर आई नैंसी: बच्ची की मां रोशनी विश्वकर्मा ने बताया कि उसकी बेटी खेत पर खेल रही थी. तभी खेलते खेलते खेत में ही बने बोरवेल में जा गिरी कुछ देर तक हम लोग उसे ढूंढते रहे बाद में पता चला कि नैंसी बोरवेल में गिर गई है. 6 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आखिरकार जिला प्रशासन ने बच्ची को सकुशल बाहर निकाल लिया रेस्क्यू के दौरान पुलिस प्रशासन के अलावा एनडीआरएफ की टीम भी लगी रहीं. जिला प्रशासन बोरवेल में फंसी बच्ची से लगातार संवाद कर रहा था. आखिर में एक रस्सी के फंदे के सहारे बच्ची को बाहर निकाल लिया गया.
सीएम शिवराज ने फोन पर जाना हालचाल: अधिकारियों ने जानकारी दी कि बच्ची ने बोरवेल के अंदर से इस बात की सहमति दी की वह रस्सी को पकड़ लेगी और आखिर में उसने रस्सी को पकड़ लिया से खींचकर बाहर निकाल लिया गया. फिलहाल बच्ची पूरी तरह से सुरक्षित है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. अपनी बच्ची को सही सलामत देखकर मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी नैंसी की मां से फोन पर उसका हालचाल जाना. सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि यह जानकर संतोष और आनंद हुआ कि बेटी स्वस्थ है. मामा शिवराज सदैव बेटी के साथ हैं, मेरी शुभकामनाएं और आशीर्वाद बेटी के साथ हैं.