छतरपुर। मजरा चरहीपुरवा में 33 साल की महिला ने अपने 4 साल के मासूम को पहले फांसी के फंदे पर लटका दिया, इसके बाद खुद भी ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में घटना का कारण घरेलू कलह सामने आया है. हालांकि महिला के मायके वालों का कहना है कि हमारी बेटी की हत्या हुई है. उनका आरोप है कि बेटी के शरीर पर चोट के निशान थे और घटना के समय पति घर में नहीं था.
जानकारी के अनुसार चरहीपुरवा गांव के रहने वाले ईश्वर प्रसाद उर्फ छुटटू राजपूत का पत्नी मीरा से अक्सर विवाद होता था. गुरुवार को भी किसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया. गुस्से में ईश्वर बहन के गांव बिशनाखेरा चला गया. घर में सिर्फ मीरा और उसके दो बेटे थे. खाना खाने के बाद बड़ा बेटा राकेश रात में दादा के पास खेत में बने मकान में चला गया. घर पर मीरा और छोटा बेटा मूरत सिंह थे.
मीरा ने रात में मूरत को पहले फंदे पर लटकाया इसके बाद खुद भी फांसी लगा ली. शुक्रवार को जब मीरा का दरवाजा नहीं खुला, तो पड़ोसियों ने आवाज लगाई. पड़ोसियों ने परिजनों को जानकारी दी. परिजन दीवार फांदकर घर के अंगर गए.
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मीरा के मायके वालों ने लगाए आरोप
ईश्वर की शादी 8 साल पहले हिरदेपुरवा गांव की मीरा राजपूत से हुई थी. पड़ोसियों का का कहना है, दोनों के बीच अक्सर विवाद होता रहता था. वहीं मीरा के पिता सरजू राजपूत ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को पहले ससुरालवालों ने मारा. इसके बाद बच्चे को फंदे से लटका दिया. बेटी के शरीर में, पेट में चोट के निशान हैं. मृतका के भाई लाल सिंह राजपूत ने कहा कि मामला संदिग्ध है. शंका है कि बहन को मारा गया है.
पोस्टमार्टम के बाद परिजन को सौंपा शव
लवकुशनगर थाना प्रभारी संजय बेदिया मामले की जांच कर रहे है. उनका कहना है कि दोनों शवों को पीएम के लिए लवकुशनगर भेजा. इसके बाद दोनों के शव परिजन को सौंप दिए. घटना के पीछे घरेलू विवाद हो सकता है. परिजन से पूछताछ कर रहे हैं. पीएम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और क्लियर हो सकेगी. पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. एसपी शाक्यवार ने बताया कि महिला के मौत का कारण प्रथम दृष्टया फांसी लगना ही है. उसके शरीर में अन्य कोई चोट के निशान भी नहीं है.