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Video में देखिए 80 फीट गहरे बोरवेल में गिरी बच्ची का रेस्क्यू, सेना ने कैसे बचाया नन्ही दिव्यांशी को photos में देखिए - 18 months old divyanshi successfully rescued

देवदूत बनी सेना और एसडीआरएफ की टीम ने घंटों मशक्कत के बाद आखिरकार डेढ़ साल की बच्ची को सफलतापूर्वक निकाल लिया है. बीती शाम बच्ची खेलते वक्त 80 फीट गहरे बोरवेल (18 months old divyanshi successfully rescued) में गिर गई थी. बोरवेल से रोने की आवाज आने के बाद परिजनों को बच्ची के गिरने का पता चला, जिसके बाद बचाव प्रशासन को सूचना दी गई. फिर रेस्क्यू के लिए ग्वालियर से SDRF और सेना के एक दल को बुलाया गया.

18 months old divyanshi successfully rescued
बोरवेल में गिरी बच्ची का सफल रेस्क्यू

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Published : Dec 17, 2021, 6:50 AM IST

Updated : Dec 17, 2021, 11:52 AM IST

छतरपुर।नौगांव थाना क्षेत्र के लुगासी चौकी के दौनी गांव में डेढ़ साल की दिव्यांशी को 80 फीट गहरे सूखे बोरवेल (18 months old divyanshi successfully rescued) से सफलतापूर्वक निकाल लिया गया है. बच्ची को अस्पताल ले जाया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. फिलहाल बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है. राजेश कुशवाहा के खेत में बने बोरवेल में बच्ची के गिरने की सूचना मिलते ही तहसीलदार सुनीता सुहानी, नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव सहित पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और आनन फानन में ग्वालियर से रेस्क्यू टीम को बुलाकर बचाव कार्य शुरू किया गया था, घंटों चले ऑपरेशन के बाद बच्ची को निकाला गया.

रेस्क्यू के बाद बच्ची को ले जाते सुरक्षाकर्मी
रेस्क्यू के बाद बच्ची को ले जाते सुरक्षाकर्मी

स्वस्थ है बोलवेल से निकली दिव्यांशी

बच्ची बुधवार को करीब 80 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी. घंटों चले बचाव अभियान के बाद उसे निकालने में सफलता मिली है. सेना के जवानों ने भी बचाव अभियान में स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन की मदद की. बच्ची को अस्पताल पहुंचाया गया है. डॉ. आरएस प्रजापति ने बताया कि 'बच्ची की हालत ठीक है. जब बच्ची बोरवेल में थी तो उसे लगातार ऑक्सीजन की सप्लाई (oxygen supply to divyanshi in borewell) दी गई थी.

बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण करते डॉक्टर
अस्पताल में बच्ची की देखभाल करती उसकी मां

बोरवेल से आई रोने की आवाज

परिजनों ने बताया कि बच्ची खेलते-खेलते घर से दूर निकल गई, जब बच्ची को ढूंढ ही रहे थे तभी अचानक खेत में बने बोर के अंदर से दिव्यांशी के रोने की आवाज आई. फिर झांककर देखा तो लगा की बच्ची बोरवेल में ही गिरी है, इसके बाद परिजन खुद से बाहर निकालने का प्रयास किये. जब उन्हें लगा कि वह अपने प्रयास में सफल नहीं हो पाएंगे तो उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को दी. अनुमान लगाया जा रहा था कि जिस बोर में बच्ची गिरी है, उसकी गहराई 15 फीट है. लेकिन रेस्क्यू के वक्त पता चला कि बोर की गहराई 80 फीट है.

बोरवेल में गिरी बच्ची

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मौके पर पहुंची एडीआरएफ की टीम

बोरवेल में गिरी दिव्यांशी को सुरक्षित निकालने के लिए जिला प्रशासन ने स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पांस फोर्स (SDRF) के दल को ग्वालियर से बुलाया गया था, साथ ही होमगार्ड छतरपुर की टीम भी घटना स्थल पर पहुंची थी, इसी के साथ ग्वालियर से फौजियों का दल भी रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंच गया. कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी रेस्क्यू का जायजा लेने के लिए मौके पर मौजूद रहे. प्रशासनिक अधिकारी परिजनों को ढांढस बंधाते रहे कि दिव्यांशी को जल्द बोरवेल से बाहर निकाल लिया जाएगा. फिलहाल दिव्यांशी सुरक्षित है.

बोरवेल से बच्ची का रेस्क्यू करती टीम

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मध्यप्रदेश में पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं

करीब तीन माह पहलेउज्जैन जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर रुईगढ़ा के जोगीखेड़ी के पास 5 साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई थी. ग्रामीणों ने हेकड़ी की मदद से बच्ची को बोरवेल से बाहर निकाला और उसे अस्पताल लेकर गए थे. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.

Last Updated : Dec 17, 2021, 11:52 AM IST

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