भोपाल। विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर तकरार देखने को मिल रही है. बुधवार की कार्रवाई भी हंगामे की भेंट चढ़ गई. प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सदन में चर्चा कराए जाने की मांग थी, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति नहीं मिलने से विपक्ष ने सदन के अंदर ही हंगामा करते हुए वाकआउट कर दिया.
MP: सदन में कानून व्यवस्था पर पक्ष-विपक्ष में तकरार, हंगामे की भेंट चढ़ा प्रश्नकाल
मध्यप्रदेश की कानून व्यवस्था पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. विपक्ष कानून व्यवस्था पर चर्चा कराए जाने की मांग पर अड़ा था. तो सत्ता पक्ष इस मुद्दे को शून्यकाल में उठाने की बात कर रहा था. जिस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर तकरार हुई. लेकिन विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया.
सदन से वाकआउट करने के बाद पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रदेश में हाहाकार मचा है, तबादला उद्योग धड़ल्ले से चल रहा है, बच्चों की हत्याएं हो रही हैं, नाबालिग बच्चियों से बलात्कार हो रहे हैं, थानों तक को बेचा जा रहा है. बावजूद इसके सत्ता चर्चा तक नहीं कराना चाहता. बिगड़ती कानून व्यवस्था पर पूर्व सीएम ने गृह मंत्री बाला बच्चन के इस्तीफे की मांग करते हुए सभी मामलों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है.
गृहमंत्री ने किया विपक्ष पर पलटवार
विपक्ष के आरोपों पर गृह मंत्री बाला बच्चन ने भी पलटवार किया. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था का मुद्दा विपक्ष प्रश्नकाल की जगह शून्यकाल में भी उठा सकता था, लेकिन विपक्ष केवल सदन की कार्यवाही बाधित करना चाहता है, इसलिए इतना हंगामा कर रहा है. गृह मंत्री ने कहा कि पिछले छह महीने में अपराधों में कमी आई है, चाहे बलात्कार की बात हो या फिर मर्डर, चोरी, लूट और डकैती. सभी मामलों पर सरकार ने सतर्कता से काम किया है, जबकि तत्कालीन बीजेपी की सरकार में प्रदेश में अपराध चरम पर था.