भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से चल रहा एक सियासी सस्पेंस अब खत्म होता नजर आ रहा है. रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट से सांसद चुने गए जीएस डामोर विधायक पद से इस्तीफा देंगे. क्योंकि वह झाबुआ विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे. विधायक रहते हुए ही उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें डामोर को जीत हासिल हुई थी.
सांसद जीएस डामोर विधायक पद से देंगे इस्तीफा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने बताया कि जीएस डामोर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे और सांसद बने रहेंगे. जीएस डामोर को संसदीय नियम के अनुसार 14 दिन के अंदर किसी एक पद से इस्तीफा देना था. ऐसे में प्रदेश बीजेपी संगठन ने उनकों सांसद बनाए रखने का फैसला किया है.
बीजेपी ने जीएस डामोर को सांसद बनाए रखने का फैसला इसलिए भी लिया है कि क्योंकि उन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया को हराया है. ऐसे में बीजेपी इस सीट पर दोबारा उपचुनाव कराने का रिस्क नहीं लेना चाहती.
वही सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा भी शुरु हो गई है कि डामोर के इस्तीफे के बाद अब कमलनाथ सरकार पर मडरा रहे संकट के बादल भी उपचुनाव तक खत्म हो गए है. क्योंकि डामोर के इस्तीफा देने से सदन में एक विधायक की संख्या कम होने के साथ ही प्रदेश में बीजेपी के विधायकों की संख्या 109 से घटकर 108 हो जाएगी. जबकि सीएम कमलनाथ के उपचुनाव जीतने से कांग्रेस के विधायकों की संख्या बराबर रहेगी. अब सबकी नजर झाबुआ विधानसभा सीट के उपचुनाव पर रहेगी.