भोपाल। 10 मार्च को लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद से सभी राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवार मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं. अपनी दावेदारी को लेकर कई भाजपा नेता संगठन मंत्री सुहास भगत के दरबार में पहुंच रहे हैं. नेता अब लोकसभा चुनाव में अपने-अपने संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार के रूप में अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं, हालांकि इस दौरान नेता खुलकर इस बात को स्वीकार नहीं कर रहे हैं.
भाजपा के संगठन मंत्री सुहास भगत से मिलने पहुंचे उज्जैन सांसद, पूरे 29 सीटों पर जीत का किया दावा
दावेदारी को लेकर कई संगठन मंत्री सुहास भगत के दरबार में पहुंच रहे हैं भाजपा नेता, उज्जैन सांसद चिंतामणि मालवीय का कहना है कि वे सिर्फ औपचारिक मुलाकात करने आए थे और उनका चुनाव लड़ना संगठन तय करेगा
उज्जैन सांसद चिंतामणि मालवीय का कहना है कि वे सिर्फ औपचारिक मुलाकात करने आए थे और उनका चुनाव लड़ना संगठन तय करेगा. सीट बदलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि संगठन में इनकी मर्जी के कोई मायने नहीं होते हैं, इसलिए पार्टी जो तय करेगा वहीं होगा. साथ ही कहा कि पार्टी जो कहेगी उसमें उर्जा, क्षमता और सामर्थ्य के साथ कार्य किया जाएगाा. हालांकि सांसद महोदय अपने विवादित बयानों के चलते हमेशा सुर्खियों में रहते है, इस बार भी कई बार पार्टी को भी कटघरे में खड़े करते नजर आए हैं.
संगठन मंत्री सुहास भगत से मिलने वालों में उज्जैन सांसद चिंतामणि मालवीय, पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह, पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, पूर्व विधायक वेल सिंह भूरिया के अलावा अन्य नेता पहुंच रहे हैं, तो कुछ नेता अपनी दावेदारी जताते हुए यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि बाहरी प्रत्याशी को टिकट नहीं मिलना चाहिए. वहीं उज्जैन सांसद चिंतामणि ने दावा किया है कि मध्यप्रदेश के सभी 29 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज कर एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनाएंगे.