बुरहानपुर। रविवार को प्रेस स्वतंत्रता दिवस है. कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच पत्रकारिता को अनदेखा नहीं किया जा सकता. पत्रकार भी संकट की इस घड़ी में अपना कर्तव्य पूरा कर रहे हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण से संबंधित पल-पल की खबरें आम लोगों तक पहुंचा रहे हैं. एक तरफ कोरोना योद्धा संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए पूरी मुस्तैदी से लगे हुए हैं, तो दूसरी तरफ पत्रकारिता क्षेत्र के योद्धा अपनी कलम लगातार चला रहे हैं. लॉकडाउन की शुरुआत से हर छोटी से बड़ी खबरों को पूरी सच्चाई और सटीकता के साथ प्रसारित और प्रकाशित कर रहे हैं. शहर और गांव की हर गतिविधियों की जानकारी जुटा रहे हैं, ताकि लॉकडाउन में घर में रहकर कोराना से जंग लड़ रहे लोगों को सूचनाएं मिल सके.
कोरोना काल में पत्रकार और मीडिया संस्थान भी किसी कोरोना योद्धा से कम नहीं - World press freedom day in burhanpur
कोरोना से चल रही इस जंग में पत्रकार भी पूरी तरह से अपना फर्ज निभा रहे हैं. एक तरफ कोरोना योद्धा संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए पूरी मुस्तैदी से लगे हुए हैं, तो दूसरी तरफ पत्रकारिता क्षेत्र के योद्धा अपनी कलम लगातार चला रहे हैं.
शहर के वरिष्ठ पत्रकार मुकेश पूर्वे का कहना है कि कोरोना वायरस का प्रकोप पूरे विश्व में है. डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी, सुरक्षाकर्मी हमारे योद्धा है, जो पूरी तरह अपने फर्ज में रात दिन जुटे हैं. इनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर मीडिया अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहा है. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि पत्रकार प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए और फील्ड पर काम कर रहे पत्रकार साथियों का 50 लाख का बीमा भी करें.
मीडिया को पीपीई किट दी जानी चाहिए, ताकि पत्रकार साथी और उनका परिवार सुरक्षित रह सके. मध्यप्रदेश मीडिया संघ के जिलाध्यक्ष गणेश दुनगे बताते हैं कि जिला प्रशासन ने अब तक एक भी पत्रकार की जांच नहीं की है, पत्रकारों की भी जांच की जाए. इसके अलावा पत्रकारों को पीपीई किट मुहैया कराई जाए, ताकि फील्ड में सावधानी पूर्वक काम किया जा सके.