बुरहानपुर। नेपानगर में चार दिन से थाने के बाहर धरने पर बैठे दलित आदिवासी संगठन के लोगों का धरना समाप्त हो गया है. आदिवासियों को समझाते हुए जिला प्रशासन ने खकनार वन परिक्षेत्र के दो नाकेदारो को सस्पेंड किया है. नेपानगर एसडीएम विशा माधवानी ने आदिवासियों को संबोधित कर धरने को समाप्त करवाया है.
बुरहानपुरः नेपानगर थाने के बाहर धरने पर बैठे आदिवासी धरना हुआ समाप्त
बुरहानपुर जिले के नेपानगर में दलित आदिवासी संगठन के लोगों चार दिन से चल रहा धरना समाप्त हो गया. एसडीएम विशा माधवानी ने कहा कि जांच के दौरान प्रथम दृष्ट्या जो बयान हुए हैं उसके आधार पर दो वन रक्षक दोषी पाए गए हैं, उन पर विभागीय कार्रवाई की गई है.
एसडीएम विशा माधवानी ने कहा कि जांच के दौरान जो वन रक्षक दोषी पाए गए हैं, उन पर विभागीय कार्रवाई की गई है. जिसमें डीएफओ ने दो वन रक्षकों को सस्पेंड कर दिया. इतने दिनों से हम बातचीत कर रहे थे, लेकिन आदिवासी भाइयों का कहना रहा था कि जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक हम धरना खत्म नहीं करेंगे. लिहाजा खकनार रेंज के रूपा मोरे और राजीव सोलंकी को निलंबित किया गया है.
नेपानगर वन परिक्षेत्र में विगत कई दिनों से बाहरी क्षेत्र के लोगो द्वारा जंगल कटाई की जा रही थी. जिसको लेकर स्थानीय आदिवासी और जंगल प्रेमी आगे आए और हो रही जंगल कटाई को रोकने के लिए प्रदेश स्तर तक बात उठी. जिसके बाद वन विभाग हरकत में आया और एक-एक कर बाहरियों क्षेत्र के आदिवासीयो पर कार्रवाई करना शुरू हुई. इस कार्रवाई में एक आदिवासी को बेहरमी से मारपीट की घटना सामने आई. जिसको लेकर दलित आदिवासी संगठन के बेनर तले आदिवासियों ने पिछले चार दिन से थाने का घेराव कर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. प्रशासन के आश्वासन के बाद धरना स्थगित हुआ साथ ही आदिवासीयो ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा.