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बुरहानपुरः SDOP कार्यालय का 500 से अधिक आदिवासयों ने किया घेराव - वनवासियों के साथ अत्याचार

बुरहानपुर जिले के नेपानगर में आदिवासियों ने जागृत आदिवासी दलित संगठन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया है. आदिवासियों का कहना है कि वन विभाग द्वारा वनवासियों के साथ अत्याचार और बर्बरता की जा रही है.

women on protest
प्रदर्शन करती महिलाएं

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Published : Sep 17, 2020, 9:14 AM IST

बुरहानपुर। मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव होना है, इसी को लेकर दोनों ही राजनीतिक दलों ने चुनावी प्रचार शुरू कर दिया है. दोनों राजनीतिक पार्टिया ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर जनता से संपर्क कर रही है. इसी के तहत 19 सितंबर को खकनार ब्लॉक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान संभावित दौरा होना है. उससे पहले नेपानगर के आदिवासियों ने बोला हल्ला बोल जागृत आदिवासी दलित संगठन के बैनर तले सैकड़ों आदिवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया है. आदिवासियों ने रैली निकाल नेपानगर एसडीपीओ कार्यालय पहुंचकर कार्यालय का किया घेराव कर धरना प्रदर्शन शुरू किया है.

जानकारी लगते ही नेपानगर एसडीएम विशा माधवानी पहुंची आंदोलकारियों को समझाइश दी, लेकिन लाख समझाने के बाद भी आदिवासी संगठन के लोग नहीं माने और लगातार प्रदर्शन जारी है. मांगे पुरी होने पर ही धरना समाप्त करने की चेतावनी दी है. देर शाम तक आदिवासी लोगों का धरने में शामिल होने के लिए पहुंचते रहे, इस दौरान लोक भाषा में गीत गाकर सरकार के खिलाफ दर्ज विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बता दें कि एक वर्ष पहले भी वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर नेपानगर थाने का घेराव किया था.

आदिवासियों का कहना है कि वन विभाग द्वारा वनवासियों के साथ अत्याचार और बर्बरता की जा रही है. जंगल में बरसों से रह रहे आदिवासियों को सरकार वन अधिकारी अधिनियम 2005 के तहत पात्र हितग्राहियों को पट्टे नहीं दे रही है. साथ ही वन विभाग द्वारा जो बाहर से आए आदिवासी लोग जंगल को कटाई कर रहे. उन्हें रोका नहीं जा रहा है. वन विभाग द्वारा बिना दोष के आदिवासी भाइयो के साथ मारपीट की जा रही है.

मारपीट करने वाले वन विभाग अधिकारियों और कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की जाए. तब तक हमारा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. इसी मांग को लेकर करीब 500 से अधिक आदिवासी लोग नेपानगर एसडीओपी कार्यालय पहुंच विरोध प्रदर्शन किया शुरू. सभी आदिवासी पुलिस से सामूहिक गिरफ्तार किए जाने की मांग कर रहे हैं.

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