बुरहानपुर। शहर में सिंधी समाज के चालिहा उत्सव की धूम चारों ओर देखने को मिल रही है. सिंधी समाज ने झूलेलाल मंदिर में उत्सव के 34वें दिन भगवान झूलेलाल को 56 भोग लगाया.
चालिहा उत्सव के 34वें दिन भगवान झूलेलाल को लगाया गया 56 भोग - भगवान झूलेलाल
बुरहानपुर में सिंधी समाज के चालिहा उत्सव के 34वें दिन भगवान झूलेलाल को 56 भोग लगाए गए.
चालिहा उत्सव का सिंधी समाज में बड़ा महत्व है. ये उत्सव 40 दिनों का होता है, जिसमें झूलेलाल मंदिर में रोजाना विधि- विधान से पूजा- अर्चना और महाआरती कर प्रसाद वितरित किया जाता है. साथ ही समाज जन उपवास कर भगवान झूलेलाल की आराधना करते है. मान्यता है कि इससे भगवान झूलेलाल अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते है. इस पर्व के दौरान लोग सुबह- शाम भगवान झूलेलाल की भक्ति में लीन रहते है.
मंदिर समिति सदस्य धीरज नावानी ने बताया कि चालिहा उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है, जहां रोजाना 700 से अधिक महिला एवं पुरूष भक्त आरती में शामिल होते है.