बुरहानपुर। मध्यप्रदेश से गुजरात, महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों में मजदूरी करने गए मजदूरों के घर लौटने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, ऐसे ही कुछ मजदूर बुरहानपुर पहुंचे जो महाराष्ट्र के औरंगाबाद से 4 दिन पहले पेटलावद के लिए निकले थे. इन्हें औरंगाबाद प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली न ही बुरहानपुर में यहां के प्रशासन से, जिस कारण ये यहां से भी अपनी गृहस्थी और बच्चों को गोद, कंधों पर बैठाकर अपने घरों की तरफ पैदल निकल पड़े.
पैदल घर लौट रहे मजदूर, कंधों पर बच्चों को लिए सफर करने को हैं मजबूर - बुरहानपुर पहुंचे माइग्रेट लेवर
महाराष्ट्र के औरंगाबाद से 4 दिन पहले पेटलावद के लिए पैदल निकले कुछ मजदूर आज बुरहानपुर पहुंचे. इनको न तो सरकारी मदद मिली और न ही खाना.
पैदल घर लौट रहे मजदूर
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अन्य राज्यों में मजदूरी करने गए मध्यप्रदेश के सभी मजदूरों को अपने घरों तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया है, लेकिन बुरहानपुर में इसकी अवहेलना की जा रही है.
बुरहानपुर से रोजाना बसें तो रवाना की जा रही हैं, लेकिन बसें पर्याप्त नहीं हैं, क्योंकि अन्य राज्यों से आए मजदूरों की संख्या अधिक है, जिसके चलते कई मजदूर पैदल चलकर घरों की ओर जाने के लिए मजबूर हैं.
Last Updated : May 6, 2020, 2:19 PM IST