बुरहानपुर/खंडवा। निमाड़ में एक तरफ जहां सूरज के तेवर अपने शबाब पर है तो यहां की सियासी सरगर्मियों का तापमान भी दिन-ब-दिन चढ़ता जा रहा है. खंडवा-बुरहानपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी-कांग्रेस के प्रत्याशी वोटरों को रिझाने के लिए गलियों की खाक छान रहे हैं तो निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह की पत्नी जयश्री ठाकुर के अखाड़े में उतरते ही मुकाबला रोचक हो गया है.
'शेरा' की बगावत ने बिगाड़ा खंडवा का सियासी समीकरण, आसान नहीं बीजेपी-कांग्रेस की राह - खंडवा लोकसभा सीट
बुरहानपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह की पत्नी जयश्री ठाकुर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर खंडवा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही है, जिससे यहां कांग्रेस प्रत्यासी अरुण यादव और बीजेपी प्रत्याशी नंदकुमार सिंह चौहान की राह आसान नजर नहीं आ रही.
खंडवा-बुरहानपुर लोकसभा क्षेत्र में परंपरागत प्रतिद्वंदी अरुण यादव और नंद कुमार सिंह चौहान हैं. राजनीतिक जानकार मानते हैं कि शेरा की उपेक्षा और अरुण यादव की हठधर्मिता दोनों ही कांग्रेस के लिए नुकसानदायक हो सकती है. निर्दलीय प्रत्याशी बीजेपी के वोटों में भी सेंधमारी कर सकती है. हालांकि, जयश्री अपनी विजयश्री के लिए आश्वस्त नजर आ रही हैं.
कांग्रेस प्रत्याशी अरुण यादव कहते हैं कि कांग्रेस पूरी ताकत के साथ मैदान में है और जीत दर्ज भी करेगी. बीजेपी भी जीत का दावा करने में पीछे नहीं है.बीजेपी-कांग्रेस कितने भी दावे कर लें, लेकिन निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा की बगावत दोनों प्रत्याशियों को भारी पड़ सकती है.