बुरहानपुर।नेपानगर विधानसभा सीट से विधायक रहीं कांग्रेस की सुमित्रादेवी कास्डेकर ने कांग्रेस और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था, जिसके चलते यह सीट खाली हो गई और अब इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है. भाजपा ने जहां सुमित्रादेवी कास्डेकर को प्रत्याशी बनाया है. वहीं कांग्रेस से दो बार हार का स्वाद चख चुके रामकिशन पटेल को प्रत्याशी बनाया है.
उपचुनाव वाली प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों में शामिल नेपानगर सीट भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बनी हुई है, पद और पार्टी से इस्तीफा देकर प्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिराने की अहम भूमिका निभाने वाली सुमित्रादेवी कास्डेकर को अब भाजपा ने इस सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस ने इस बार वरिष्ठ कार्यकर्ता रामकिशन पटेल पर दांव लगाया है. साल 2018 में हुए चुनाव में सुमित्रादेवी कास्डेकर ने भाजपा की ही पूर्व विधायक मंजू दादू को करीब 1200 वोटों से परास्त किया था. लिहाजा कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि इस बार भी मतदाता उनके प्रत्याशी को जीत दिलाएंगे. दूसरी ओर भाजपा पिछले चुनाव में बहुत कम मतों से मिली हार को इस बार जीत में बदलने की कोशिश में जुटी हुई है. इस क्षेत्र में भाजपा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान और कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव दोनों का खासा प्रभाव माना जाता है. यही वजह है कि दोनों दलों ने अपने-अपने नेताओं को मोर्चों पर लगाकर जीत दिलाने की जिम्मेदारी भी सौंप रखी है. जिसके चलते दलों के साथ ही इन दोनों वरिष्ठ नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है.
जातिगत समीकरण