बुरहानपुर। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के प्रभार वाले बुरहानपुर जिले में प्रसव के लिए सरकारी अस्पताल में लोगों को 25 हजार रुपए तक देने पड़ रहे हैं. जिसके बाद भी डॉक्टर की लापरवाही के चलते जच्च और बच्चा दोनों कि ही जान खतरे में आ जाती है.
सरकारी अस्पताल में प्रसव करवाने के बदले ली रिश्वत, फिर भी नहीं बचा पाए बच्चे की जान - government hospitals
बुरहानपुर जिले के सरकारी अस्पताल में महिला डॉक्टर ने प्रसव करवाने के एवज में 25 हजार रुपए रिश्वत ली, फिर भी बच्चे की जान नहीं बचा सकी. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही के चलते मां के पेट मे ही बच्चे की मौत हो गई. प्रसूता के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया.
जिले के सरकारी अस्पताल में शुक्रवार को एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां मां के पेट में ही नवजात बच्चे की मौत हो गई. प्रसूता के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में पदस्थ महिला डॉक्टर ने प्रसव करवाने के एवज में उनसे 25 हजार रुपए रिश्वत ली, बावजूद इसके वो बच्चे की जान नहीं बचा सकीं, परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही की वजह से प्रसूता के पेट में ही बच्चे की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने जमकर अस्पताल में हंगामा मचाया.
अस्पताल में पदस्थ एकमात्र महिला डॉक्टर उमा वर्मा प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं से 10 से 20 हजार वसूल करती हैं, बावजूद इसके इलाज में लापरवाही के कारण मां- बच्चे दोनों की जान से खिलवाड़ा किया जा रहा है. बता दें कि पीड़ित परिजनों ने पुलिस से डॉक्टर उमा वर्मा की शिकायत की है, साथ ही मामला संज्ञान में आने के बाद प्रभारी सिविल सर्जन डॉ प्रतीक नवलखे ने भी जांच कर कार्रवाई की बात कही है.