बुरहानपुर। जिले के नेपानगर वन परिक्षेत्र के घाघरला गांव के जंगलों में अतिक्रमण हटाने गए वन व पुलिस अमले पर अतिक्रमणकारियों ने हमला बोल दिया था. जिसमें 30 से अधिक जवानों को चोटें आई थी. जिनमें से 4 वनकर्मियों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. घायलों के हाल जानने के लिए खरगोन रेंज के डीआईजी तिलक सिंह जिला अस्पताल पहुंचे, जहां सभी घायलों से चर्चा कर वास्तविक स्थिति का जायजा लिया.
घायल वनकर्मियों से मिलने अस्पताल पहुंचे डीआईजी मीडिया से चर्चा के दौरान डीआईजी तिलक सिंह ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है, जिसमें कुछ लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर भी दर्ज की गई है. 70 से 80 लोगों की पहचान की जा रही है. वन विभाग और पुलिस विभाग की यह कार्रवाई निरंतर चलती रहेगी. उन्होंने कहा, अवैध कब्जा होने पर अतिक्रमणकारियों को जंगल से खदेड़ा जाएगा और सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
अतिक्रमण हटाने गई वन विभाग की टीम पर हमला, 10 वनकर्मी घायल
यह है पूरा मामला
शनिवार अल सुबह टास्क फोर्स घाघरला गांव में हुए अतिक्रमण को हटाने पहुंचा था, वन विभाग अपने साथ 150 कर्मचारियों और 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को लेकर सरकारी वन भूमि से अतिक्रमण हटाने पहुंचा था, फोर्स को देखकर पहले तो अतिक्रमणकारी टपरा छोड़कर भाग निकला, फिर कर्मचारियों ने टपरे तोड़कर उसमें आग लगानी शुरू की, कुछ ही देर में कई टपरों को जलाकर धराशाई कर दिया गया. इसी बीच अतिक्रमणकारियों ने पहाड़ी से छिपकर तीर और गोफन से जवानों पर हमला बोल दिया.
अचानक हुए इस हमले के बाद कर्मचारी कुछ समझ नहीं पाए और जंगल में अफरा-तफरी मच गई. देखते ही देखते अतिक्रमणकारी टास्कफोर्स के कर्मचारियों पर हावी होने लगे. इस हमले में वन विभाग अधिकारी कर्मचारी और पुलिस जवान घायल हुए हैं. जंगल में कुछ समय रुकने के बाद वन विभाग दल बल लेकर वापस उल्टे पैर लौट आया.
टास्क फोर्स और अतिक्रमणकारियों के बीच हुई मुठभेड़ में धुलकोट रेंजर जितेंद्र पाराशर और असीर रेंजर गोपाल उईके गंभीर रूप से घायल हो गए, गोफन से दोनों के उपर वार हुए और गंभीर रूप से घायल अवस्था में उन्हे नेपानगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. उनके साथ करीब दो दर्जन से अधिक कर्मचारी भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. उन्हें एक के बाद एक कर स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया गया. कुछ देर बाद जंगल के बाहर स्वास्थ्य अमले का दल तैनात कर दिया गया, उन्होंने जंगल से बाहर आ रहे घायल कर्मचारियों का उपचार किया.