बुरहानपुर। मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार द्वारा चलाई जा रही युवा स्वाभिमान योजना में लापवाही का मामला सामने आया है. युवा स्वाभिमान योजना के तहत बेरोजगार लड़के-लड़कियों को कई ट्रेड का प्रशिक्षण दिए जाना था लेकिन बुरहानपुर जिले में अभ्यार्थियों को केवल सिलाई प्रशिक्षण ही दिया जा रहा है.
युवा स्वाभिमान योजना में गड़बड़झाला, अभ्यर्थियों ने लगाया नगर निगम पर गंभीर आरोप
अभ्यार्थियों ने नगर निगम पर आरोप लगाते हुए कहा है कि नगर निगम ने उन्हें मानदेय चार हजार रूपये प्रतिमाह देने की बात कही गई थी लेकिन चार हजार की बजाए दो हजार से ढाई हजार रूपये प्रतिमाह दिया जा रहा है.
अभ्यार्थियों ने आरोप लगाया है कि नगर निगम ने उन्हें मानदेय चार हजार रूपये प्रतिमाह देने की बात कही गई थी लेकिन चार हजार की बजाए दो हजार से ढाई हजार रूपये प्रतिमाह दिया जा रहा है. इतना ही नहीं उनसे रोजाना 4 घंटे प्रशिक्षण के अलावा नगर निगम में दूसरे कार्य भी कराये जा रहे है.इस योजना के तहत बेरोजगार लड़के-लड़कियां अपनी पसंद से रोजगार चुन सकते हैं, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते बेरोजगार लड़के-लड़कियों का रोजगार बदल दिया गया. अभ्यार्थी निक्की शाह का कहना है कि उसने कम्प्यूटर सर्विस के लिए ट्रेड भरा था लेकिन उसे ट्रेलरिंग के लिए सेलेक्ट किया गया.
कांग्रेस प्रवक्ता अजय उदासीन का कहना है कि अगर कोई अभ्यार्थी उन्हें शिकायत करता है तो वह संबंधित अधिकारी की शिकायत भोपाल मुख्यालय से करेंगे और दोषी अधिकारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे. नगर निगम आयुक्त भगवानदास भूमरकर ने सफाई देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा ट्रेड तय किए गए है, स्थानीय निकाय स्तर पर ट्रेड तय करने का विकल्प नहीं है, लिहाजा जो विकल्प मौजूद है उन्हें ट्रेनिंग लेना है, मानदेय को लेकर गाइड लाइन है, अटेंडेंस के आधार ही मानदेय अकाउंट में आता हैं, क्योंकि पूरा मामला लिंक है. उन्होंने कहा कि अगर कोई खामी हो रही है तो अभ्यार्थी बताये तो समस्या का निवारण होगा.