भोपाल। पन्ना जिले के अमानगंज थाना अन्तर्गत क्वारंटाइन सेंटर में एक 19 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के सामने आते ही मध्यप्रदेश कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस का कहना है कि, यह घटना मध्यप्रदेश में क्वारंटाइन सेंटरों की दुरावस्था का प्रमाण है. एक युवक सेंटर में आत्महत्या कर लेता है और जिम्मेदारों को भनक नहीं लगती है. कांग्रेस ने घटना की ज्यूडिशियल जांच की मांग की है.
क्वारंटाइन सेंटर में युवक ने लगाई फांसी, कांग्रेस ने की ज्यूडिशियल जांच की मांग
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है. इसी बीच पन्ना के अमानगंज स्थित क्वारंटाइन सेंटर में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. मध्यप्रदेश कांग्रेस ने इस मामले की ज्यूडिशियल जांच की मांग की है.
घटना की ज्यूडिशियल जांच कराने की मांग करते हुये प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने क्वारंटाइन सेंटरों के संचालन की समीक्षा को अनिवार्य बताया है. गुप्ता ने कहा कि, बहुत से अधिकारी इस विकट आपदा को सूखा राहत कार्यक्रम समझ रहे हैं. ऐसे अधिकारियों को चिन्हित करने की जरूरत है. उन्होंने मृतक के परिजनों को 10 लाख आर्थिक सहायता देने की मांग की है.
शासकीय स्नातक महाविद्यालय अमानगंज में स्थित, इस सेंटर की अव्यवस्था की जांच की मांग की है. बताया गया है कि, बीते 24 अप्रैल 2020 को मजदूरी करके गढ़ाकोटा से वापस लौटे 6 युवकों को अमानगंज स्थित शासकीय स्नातक महाविद्यालय में क्वारंटाइन किया गया था, जिनमें मृतक रामलखन कुशवाह भी शामिल था, जो गटारी का रहने वाला था.